उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन इन दिनों अनाधिकारिक रूप से चीन दौरे पर हैं। 2011 में सत्ता संभालने के बाद से उनकी यह पहली विदेश यात्रा है। हालांकि न तो इसकी पुष्टि हो सकी है और न ही किम की यात्रा का मकसद पता चल सका है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि किम स्पेशल ट्रेन से बीजिंग पहुंचे है। यहां आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि जब सभी देशों के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री विदेश दौरे के लिए प्राइवेट हवाई जहाज का इस्तेमाल करते हैं ऐसे में किम जोंग उन ने दौरे के लिए ट्रेन को ही क्यों चुना? इसलिए आइये उस प्राइवेट ट्रेन से जुड़ीं कुछ महत्वपूर्ण बातें जानें।


पिता और दादा भी करते थे प्राइवेट ट्रेन से सफर


बताया जाता है कि किम जोंग उन के पिता और दादा भी जब चीन और रूस की यात्रा किया करते थे, तब भी वह कड़ी सुरक्षा के बीच अपनी निजी ट्रेन का ही इस्तेमाल करते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किम जोंग इल (किम के पिता) विमान से विदेश यात्रा इसलिए नहीं करते थे क्योंकि उन्हें सुरक्षा का खतरा होता था। इसी परंपरा को उनके बेटे किम जोंग उन ने भी आगे बढ़ाया और अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विदेश दौरे के लिए ट्रेन को ही चुना। इसके अलावा बता दें कि यह तस्वीर 21 अगस्त 2011 की है और इसमें उत्तर कोरिया के तत्कालीन तानाशाह किम जोंग इल का रूस में स्वागत किया जा रहा है। रूसी महिलाएं पारंपरिक पोशाक में वहां के बुरीया स्टेशन पर इल का स्वागत कर रही हैं।

इतनी तेज चलती है ट्रेन


बता दें कि किम की ट्रेन 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलती है और उनके सुरक्षा के लिए समय से पहले ही लगभग 100 सुरक्षा एजेंटों को स्टेशनों पर भेज दिया जाता है। जैसे ही किम की ट्रेन स्टेशन पर पहुंचने वाली होती है, वहां पटरियों की पॉवर सप्लाई बंद कर दी जाती है ताकि कोई दूसरी गाड़ी वहां से ना गुजर सके।

Posted By: Mukul Kumar