आखिरकार 63 बहादुर महिलाएं टेररिस्ट ऑर्गनाजेशन बोको हराम के चंगुल से बचकर भाग निकली हैं. इन्हें पिछले महीने बोको हराम ने किडनैप कर लिया था.


अपने-अपने घर वापस पहुंचींलोकल विजिलेंस कमेटी के मेंबर अबास गावा ने बताया कि उन्हें उनके सहयोगियों से यह मैसेज मिला कि किडनैप की गई ,63 महिलाएं और लड़कियां पिछले शुक्रवार को घर वापस आ गईं. बोर्नो स्टेट की कैपिटल मैदुगुरी में एक सोर्स ने अपना नाम कॉन्फिडेंशियल रखने की कंडीशन पर इस खबर की पुष्टि की और बताया कि वह मामले में कुछ भी बोलने का हक नहीं है.ऐसे भागी ये हिम्मती लड़कियां


बोर्नो स्टेट में लोकल विजिलेंस कमेटी के सीनियर ऑफिसर गावा ने जर्नलिस्ट्स को बताया कि जब किडनैपर्स लड़ाई के लिए बाहर गए थे, तभी ये महिलाएं वहां से बचकर भाग निकलीं.  गावा सुरक्षा अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जब किडनैपर्स किसी और अभियान पर निकले थे तब इन सभी ने यह बहादुरी भरा और रिस्की कदम उठाया. सेना ने कहा था कि पिछले शुक्रवार को दाम्बोआ शहर में उग्रवादियों के हमले में इस्लामी उग्रवादियों और सेना के बीच हुए संघर्ष में 50 से अधिक मारे गए थे. हालांकि सरकार या सैन्य बलों के स्पोक्सपर्सन इस मामले में बयान देने के लिए अवेलेबल नहीं थे.अब भी काफी लड़कियां हैं उनके चंगुल में

बोको हराम के टेररिस्ट्स ने 83 दिन पहले इन लड़कियों को अगवा कर लिया था. अब भी काफी संख्या में लड़कियां उनके कब्जे में हैं. बोको हराम के इस कदम का पूरी दुनिया में, खासकर वोमेन राइट्स ऑर्गनाइजेशंस ने कड़ी निंदा की थी. सबसे इन्हें जल्द से जल्द इनके कब्जे से छुड़ाने की मांग की थी. इस मसले को लेकर नाईजीरियन गवर्नमेंट की काफी किरकिरी भी हुई. अगवा की गई लड़कियों में कम उम्र की स्कूली लड़कियां भी शामिल हैं.

Posted By: Shweta Mishra