केरल सरकार ने बीड़ी मजदूरों के ल‍िए अनोखी पहल की है। बीड़ी मजदूरों के पुनर्वास में सरकार ने 20 करोड़ रुपये की राशि देने का ऐलान क‍िया है। इससे मुर्गीपालन उद्योग सिलाई केंद्र मोबाइल रिचार्ज शॉप फैंसी शॉप जैसे क्षेत्रों में उनके ल‍िए काम की शुरुआत होगी। इसके साथ ही उनके बच्‍चों को व‍िशेष सुव‍िधाएं दी जाएंगी।


इन क्षेत्रों में बेहतर काम कर सकेंगे बीड़ी मजदूर तिरुवनंतपुरम, (आईएएनएस)। केरल सरकार ने बीड़ी कामगारों का बेहतर ढंग से पुनर्वास करने के लिए 20 करोड़ रुपये का बजट तय किया है। यह बजट केरल बीड़ी व सिगरेट श्रमिक कल्याण निधि बोर्ड द्वारा खर्च किया जाएगा। इस बोर्ड के अंतर्गत राज्य के करीब 80,000 बीड़ी मजबदूर आत हैं। राज्य में बीड़ी मजदूर बेहद कठिन दौर से गुजर रहे हैं। उनके पास दूसरे छोटे उद्यमों को शुरू करने के लिए भी आर्थिक संकट हैं। ऐसे में अब केरल बीड़ी व सिगरेट श्रमिक कल्याण निधि बोर्ड इस राशि से उनके जीवन को बेहतर बनाएगा। इससे इन मजदूरों को दूसरे क्षेत्रों में काम करने के लिए तैयार करेगा। इससे ये मजदूर  मुर्गीपालन उद्योग, सिलाई केंद्र, मोबाइल रिचार्ज शॉप, फैंसी शॉप जैसे ऐसे ही दूसरे क्षेत्रों में अच्छे से काम कर सकेंगे।
बीड़ी मजदूरों के बच्चों को दी जाएंगी ये सुविधाएं


बीड़ी मजदूरों के बेहतर पुनर्वास के लिए केरल के श्रम मंत्री टी. पी. रामकृष्णनन और मजदूर यूनियन के नेताओं के बीच लंबे समय से बातचीत हो रही थी। ऐसे में अब इस नई योजना के मुताबिक पहले चरण में बीड़ी कार्यकर्ताओं के लिए 3,970 नई नौकरियां तैयार की जाएंगी। इसके बाद जो बीड़ी मजदूर नया उद्यम शुरू करना चाहते हैं उसमें उद्यम की कुल लागत का 80 प्रतिशत हिस्सा कल्याण निधि बोर्ड द्वारा उठाया जाएगा। इसके अलावा इस स्कीम के तहत बीड़ी श्रमिकों के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए 300 लैपटॉप भी देने की भी योजना है। वहीं उच्च विद्यालय में पढ़ने वाले 300 विद्यार्थियों को साइकिल दिए जाने का प्रावधान रखा गया है। 50 दिव्यांग विद्यार्थियों को ट्राईसाइकिल भी दी जाएगी।

Posted By: Shweta Mishra