जेल में बंद चिदंबरम के 74वें बर्थडे पर बेटे ने लिखा खत, 'डियर अप्पा' कोई भी 56 आपको नहीं रोक सकता
नई दिल्ली (एएनआई)। पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम का आज 74वां जन्म दिन है लेकिन वह इन दिनों तिहाड़ जेल में बंद है। पी चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया केस में सीबीआई और ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। ऐसे में इस खास दिन पर उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने उन्हें एक लेटर लिखकर उनके लिए अपना प्यार व सम्मान व्यक्त किया। हालांकि इस दाैरान उन्होंने खत में नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज भी कसा।
आप 74 साल के हो गए, कोई 56 आपको रोक नहीं सकता
इस लेटर में कार्ति ने लिखा, आज आप 74 साल के हो गए लेकिन कोई 56 आपको रोक नहीं सकता। आप कभी भी भव्य समारोह नहीं मनाते थे आजकल हमारे देश में हर छोटी चीज पर बड़ा जश्न होने लगा है। कार्ति ने आगे लिखा बिना आपके यह जन्मदिन पहले जैसा नहीं होगा। हम आपको बहुत याद कर रहे हैं। हम सबको अनुपस्थिति बहुत खल रही है। हम चाहते हैं कि आप हम सबके साथ केक काटने के लिए जल्दी घर वापस आएं।
चंद्रयान -2 की लाइव स्ट्रीमिंग में बहुत ड्रामा भी हुआ
इसके अलावा कार्ति ने चंद्रयान -2 के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा आपको भी चंद्रयान मिशन की लाइव स्ट्रीमिंग देखकर काफी अच्छा लगता। हम किस्तमतवालों को गर्व के साथ इसे देखने का मौका मिला। हालांकि इसमें बहुत ड्रामा था। लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने वाला ड्रामा नहीं बल्कि उसके बाद जो बड़ा ड्रामा हुआ। उनका इशारा इसरो चीफ के सिवन को दिलासा देते हुए पीएम मोदी द्वारा गले लगाने की तरफ था।
गोयल ने न्यूटन से गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत भी छीन लिया
इसके अलावा कार्ति चिदंबरम ने मोदी सरकार के अन्य मामलों का भी जिक्र किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बारे में बात करते हुए कि इनका कहना है कि अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए किसी भी तरह के गणित या उससे जुड़े आंकड़ों को देखने की जरूरत नहीं है, अगर आइंस्टीन इस गणित में उलझ जाते तो वे कभी भी ग्रेविटी (गुरुत्वाकर्षण) की खोज नहीं कर पाते। गोयल ने न्यूटन से गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत को भी छीन लिया।
राजनीतिक नाटक के खिलाफ जीतकर बाहर आएंगे आप
इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार के 100 दिनों पर प्रकाश जावड़ेकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में भी बात की। कार्ति चिदंबरम ने लेटर में आर्थिक मंदी, ऑटो बिक्री में गिरावट, जम्मू-कश्मीर के हालात, असम में एनआरसी जैसे तमाम मामलों का जिक्र किया। कार्ति ने अंत में लिखा, लेकिन मुझे विश्वास है कि आप भी इस राजनीतिक नाटक के खिलाफ जीतकर बाहर आएंगे। हम सभी को सच्चाई के उस कठिन संघर्ष का बस इंतजार है।