विराट के सामने रूट की इस हरकत ने याद दिलाई 14 साल पुरानी 'दुश्मनी', क्या कोहली लेंगे बदला?
कानपुर। भारत के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज मेजबान टीम के नाम रहीं। इंग्लैंड ने यह सीरीज 2-1 से जीती है। इस जीत के हीरो इंग्लिश बल्लेबाज जो रूट रहे। जिन्होंने दूसरे और तीसरे वनडे में लगातार दो शतक मार भारत से जीत छीन ली। वैसे रूट एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं इसमें कोई दोराय नहीं, मगर आखिरी वनडे में उन्होंने टीम को जीत दिलाने के बाद जो हरकत की वह शायद भारतीय खिलाड़ियों और फैंस को पसंद नहीं आई होगी। रूट ने निर्णायक मैच में शतक लगाकर बल्ला नीचे फेंक दिया था, यह बिल्कुल वैसा था जैसे एक सिंगर परफॉर्मेंस खत्म करने के बाद माइक पटक देता है।
जो रूट की इस हरकत पर आग में घी डालने का काम किया उनके हमवतन खिलाड़ी स्टुअर्ट ब्रॉड ने। ब्रॉड ने मैच खत्म होने के एक दिन बाद टि्वटर पर रूट के इस र्दुव्यवहार की तुलना फ्लिंटॉफ के शर्ट उतारने वाली घटना से कर दी। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने अफिशल टि्वटर अकाउंट पर एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'रूट का शर्ट उतारकर मैदान का चक्कर लगाने के बजाए बल्ला गिराना अच्छा लगा हो, तो री-ट्वीट कीजिए। साथ ही उन्होंने एंड्रयू फ्लिंटॉफ की वानखेड़े स्टेडियम शर्ट में लहराने वाली वो तस्वीर भी शेयर की। भारत-इंग्लैंड के बीच जब-जब राइविलरी हुई है तो फ्लिंटॉफ और गांगुली के शर्ट उतारने वाली घटना जरूर याद आती है। आपको बता दें साल 2002 में मुंबई के वानखेड़े में जीत दर्ज करने के बाद फ्लिंटॉफ पूरे मैदान में शर्ट उतारकर नाचे थे। उस वक्त भारतीय टीम के कप्तान सौरव गांगुली थे। दादा को यह बात बहुत बुरी लगी और उसी साल इंग्लैंड दौरे पर लॉर्ड्स में नेटवेस्ट ट्रॉफी जीतने पर गांगुली ने लॉर्ड्स की बालकनी में अपनी टीशर्ट लहरा दी थी।
खैर गांगुली ने उस वक्त तो बदला ले लिया था मगर रूट की बल्ला गिराने वाली घटना को कोहली कैसे लेंगे, यह तो वक्त बताएगा। विराट की आक्रामकता से हम सभी वाकिफ हैं। मौजूदा भारतीय कप्तान तो गांगुली से ज्यादा अग्रेसिव हैं। हो सकता है आने वाली टेस्ट सीरीज में कोहली अपने विरोधी खिलाड़ी रूट को उन्हीं की भाषा में जवाब दें। इस बार विराट का बल्ला भी उनका साथ दे रहा है। पिछली बार जब कोहली इंग्लैंड दौरे पर आए थे तो उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे थे, जिसको लेकर उनकी खूब आलोचना भी हुई। मगर इस बार कोहली 'विराट' फॉर्म में हैं। वनडे सीरीज के तीन मैचों में उनके बल्ले से 191 रन निकले हैं। रूट को बल्ला गिराने का अफसोसमैदान पर जो रूट ने भले ही जोश-जोश में बल्ला गिरा दिया लेकिन बाद में उन्हें इस बात का काफी अफसोस हुआ। रूट का कहना है कि उनसे गलती हुई है। यह कार के टकराने जैसा था। ऐसा करने के बाद मुझे तुरंत पछतावा हुआ। यह मेरे द्वारा क्रिकेट के मैदान पर की गई सबसे निराशाजनक चीज है। खैर रूट को अपनी करनी पर पछतावा हो गया है मगर विराट इसका बदला लेने से पीछे नहीं हटेंगे।इंग्लैंड जाकर हर बार बदनाम होते हैं कोहली, नहीं रह जाते 'विराट'भारत में जो काम करने के लिए तरसते हैं वो इंग्लैंड में कर रहे विराट-अनुष्का