25 अप्रैल को आएगा आसाराम पर फैसला, जानें क्यों पुलिस ने की HC से जेल में ही फैसला सुनाने की अपील
25 अप्रैल को आने वाले फैसले को लेकर जोधपुर की पुलिस चिंतित
जोधपुर (प्रेट्र)। यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम पर 25 अप्रैल को आने वाले फैसले को लेकर जोधपुर की पुलिस काफी चिंतित है। पुलिस कमिश्नर अशोक राठौर का कहना है कि सुरक्षा बलों का न्यायपालिका से अनुरोध है कि वे इस मामले का फैसला अदालत में न करें। अदालत में फैसला सुनाने के बाद सुरक्षा बलों और आसाराम के समर्थकों के बीच अदालत के परिसर में संघर्ष हो सकता है। ऐसे में सुरक्षा और शांति व्यवस्था को देखते हुए फैसला जेल कोर्ट में ही सुनाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने इस खबरों को सिरे से खारिज किया कि पुलिस ने अदालत से इस मामले में फैसले की तिथि को 25 अप्रैल से 17 अप्रैल करने की अपील की थी।
शहर की कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगड़ने से बचाने के लिए
वहीं इस मामले में एडिशनल एडवोकेट जनरल एस के व्यास का कहना है कि हमने शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगड़ने से बचाने के लिए जेल की अदालत में ही फैसला सुनाने का अनुरोध किया है। पुलिस ने अपनी अर्जी में इस बात का जिक्र किया है कि इस दिन फैसले के समय बड़ी संख्या में आसाराम के अनुयायियों की भीड़ होगी। इसके अलावा पुलिस ने अपनी याचिका में यह भी उल्लेख किया है कि आसाराम और सामान्य जनता की सुरक्षा के लिए यह कदम उठया गया है। बतादें कि विशेष एससी / एसटी ट्रायल कोर्ट ने 7 अप्रैल को इस मामले में अंतिम बहस को पूरा कर लिया था और फैसले की तारीख 25 अप्रैल रखी है।
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