जम्मू और कश्मीर विधानसभा सत्र के दौरान शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन आर्टिकल 370 की बहाली प्रस्ताव को लेकर माहौल काफी बिगड़ा रहा। विधायकों के बीच जमकर हाथापाई हुई। इसकी वजह से मार्शलों को बीच में आकर विधायकों को अलग करना पड़ा।


जम्मू (आईएएनएस)। जम्मू और कश्मीर विधानसभा में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन हंगामा हुआ। जी हां जम्मू-कश्मीर विधानसभा इन दिनों अखाड़ा जैसा बन गया है। विधानसभा सत्र के दौरान शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन माहौल काफी बिगड़ा रहा। विधायकों ने एक दूसरे की कॉलर पकड़ने के साथ ही धक्का-मुक्की की। इसकी वजह से आज भी मार्शलों को बीच में आकर विधायकों को अलग करना पड़ा। हुआ यूं कि जब खुर्शीद अहमद एक बैनर लहराते हुए आए, जिस पर लिखा था, "हम आर्टिकल 370 और 35ए की बहाली और राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग करते हैं। इस पर विरोध में बीजेपी के विधायक खड़े हो गए और खुर्शीद अहमद शेख के हाथ से बैनर छीनने की कोशिश करने लगे। इसके बाद बवाल मच और विधायक आपस में भिड़ गए। बतादें कि इन दिनों जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आर्टिकल 370 की बहाली प्रस्ताव पर हंगामा बरपा है।

बीजेपी खुलकर विरोध कर रही
बीजेपी विधायकों द्वारा आर्टिकल 370 की बहाली के प्रस्ताव का खुलकर विरोध किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग करते हुए ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव का नेतृत्व उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने किया और इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के 42 सदस्यों, पीडीपी के तीन, तीन निर्दलीय और एक माकपा विधायक ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया। भाजपा ने प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि यह संसद के उस अधिकार का घोर उल्लंघन है, जिसने आर्टिकल 370 को निरस्त किया और सुप्रीम कोर्ट ने भी संसद के अधिकार को बरकरार रखा। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आर्टिकल 370 की बहाली और जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने को अपना मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया था। भाजपा ने कहा है कि जब तक प्रस्ताव को निरस्त नहीं किया जाता, वे विधानसभा को चलने नहीं देंगे।

Posted By: Shweta Mishra