वाटर कनेक्शन नहीं, पानी का बिल 57 हजार आया
RANCHI: राजधानी में कुछ लोगों ने पानी कनेक्शन के लिए रांची नगर निगम में आवेदन दिया था। चार साल में न कनेक्शन मिला न इलाके में पाइपलाइन बिछी। लेकिन, भ्7क्00 रुपए का बिल आ गया है, जिसे जल्द जमा करने का निर्देश है। वरना जुर्माना लगेगा। इससे खासकर वार्ड फ्7 के उन लोगों की परेशानी बढ़ गई है, जिनके यहां पानी का इस्तेमाल किए बिना ही नगर निगम की ओर से बिल भेज दिया गया है।
पार्षद से लगाई गुहार मामले को लेकर लोगों ने पार्षद से मदद की गुहार लगाई है। कहा कि आजतक पानी तो देखा नहीं तो इतना बिल कहां से भरेंगे। वहीं बिल भरने की लास्ट डेट भी दी गई है। ऐसा नहीं करने पर जुर्माना लगाया जाएगा। ख्0क्फ् में दिया था आवेदन (बॉक्स)वार्ड फ्7 में लोगों ने ख्0क्फ् में पानी कनेक्शन के लिए आवेदन दिया था। लेकिन आवेदन देने के बाद आजतक न तो उन्हें पानी का कनेक्शन मिला और न ही निगम से कोई पेपर भेजा गया। अब दस सालों का एवरेज के हिसाब से पानी का बिल भेज दिया गया है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बोर्ड मीटिंग में उठा था मामलारांची नगर निगम की बोर्ड मीटिंग में पार्षदों ने बिना कनेक्शन के बिल भेजने का मामला उठाया था। नगर आयुक्त ने इसके लिए कमिटी गठित करने की बात कही थी। साथ ही कहा गया था कि इसका सर्वे कराया जाए कि किन-किन इलाकों में पानी की पाइपलाइन बिछी है और कितने कनेक्शन लोगों को मिले हैं। लेकिन यह मामला वहीं अटक गया।
। केस-क् क्7 को जमा करना है बिल वार्ड फ्7 के वेस्ट अरगोड़ा में रहने वाले श्याम नारायण झा का कहना है कि चार साल पहले पानी कनेक्शन के लिए नगर निगम में अप्लाई किया था। आज तक इलाके में पाइप लाइन भी नहीं बिछी। लेकिन, अचानक से दो मार्च को क् जून ख्00म् से ख्8 फरवरी ख्0क्7 तक का पानी बिल भेज दिया गया। इसमें भ्7क्00 रुपए क्7 मार्च तक जमा करने को कहा गया है। केस-टू क्0 साल का जबरन भेजा बिल अरगोड़ा वेस्ट में रहने वाले कमल नारायण झा कहते हैं कि चार साल पहले पानी कनेक्शन के लिए आवेदन दिया था। आज तक कनेक्शन नहीं मिला। इसके बाद ख् मार्च को भ्7क्00 रुपए का बिल भेज दिया गया। इसमें एक जून ख्00म् से फ्क् दिसंबर ख्0क्भ् और फिर एक जनवरी ख्0क्म् से ख्8 फरवरी ख्0क्7 का बिल जोड़कर भेजा गया है।वर्जन
पानी का गलत बिल भेजे जाने को लेकर जांच चल रही है। जल्द ही इस समस्या का निपटारा हो जाएगा। इसके बाद लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। संजीव विजयवर्गीय, डिप्टी मेयर, रांची