Ranchi News : रांची में दो फ्लाईओवर जोडऩे में खर्च होंगे 214 करोड़
रांची(ब्यूरो)। सिटी में फ्लाईओवर का काम जोर-शोर से जारी है। कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर को आपस में जोडऩे का निर्णय लिया गया है। सिरमटोली में लगने वाले जाम से निजात पाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इन दोनों फ्लाईओवर को कनेक्ट करने के लिए अलग से 1.25 किमी नई फोरलेन बनाई जाएगी, ताकि पिलर खड़े किए जा सकें। कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर को जोडऩे के लिए 39 नए पिलर भी बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री के साइट वेरिफिकेशन के बाद दोनों फ्लाई ओवर को कनेक्ट करने की बात कही गई थी, जिस पर कार करते हुए रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट प्रपोजल तैयार कर लिया है। अगले स्टेप में भूमि अधिग्रहण करने की प्रक्रिया की जाएगी। इसके बाद टेंडर जारी कर काम शुरू कर दिया जाएगा। 2025-26 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। किस मद में कितने खर्च
कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर को आपस में जोडऩे और नया ब्रिज बनाने में 214 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। भूमि अधिग्रहण करने से लेकर फ्लाईओवर निर्माण और इसे जोडने में यह राशि खर्च होगी। इसमें सिर्फ भूमि अधिग्रहण करने में 25 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं यूटिलिटी शिफ्टिंग, वाटर सप्लाई आदि में 20 करोड़ रुपए खर्च होने का आकलन किया गया है। इसके अलावा बिजली के काम में भी 20 करोड़ रुपए खर्च होंगे। राजधानी रांची को जाम फ्री करने के लिए सिटी में फ्लाईओवर निर्माण पर काम चल रहा है। वर्तमान में तीन फ्लाई ओवर पर काम हो रहा है। तीनों का काम तेजी से हो रहा है। तीनों फ्लाईओवर का स्वरूप भी नजर आने लगा है। यहां से कनेक्टिंग फ्लाईओवर कांटाटोली और सिरमटोली को आपस में जोडऩे की डिजाइन पथ निर्माण विभाग द्वारा तैयार की गई है। इसके अनुसार बहुबाजार से 120 मीटर पहले बालाजी फ्यूल्स एचपी पेट्रोल पंप के पास से काम शुरू होगा। जो पटेल चौक से पहले स्थित पंतजलि स्टोर के पास खत्म होगा। यह फ्लाईओवर बहुबाजार के पास निर्माणाधीन कांटाटोली फ्लाईओवर को सिरमटोली से जोडऩे का काम करेगा। सिरमटोली फ्लाईओवर मेकॉन-राजेंद्र चोक से आगे उतरेगा। यानी की कोकर, रामगढ़, हजारीबाग, आदि जगहों से आने वाले वाहन और नामकुम, डोरंडा, धुर्वा, बिरसा चौक की ओर जाने वाले वाहन सिरमटोली चौक पर उतरे बगैर आना-जाना कर सकेंगे। लंबे समय से फ्लाईओवर का इंतजार
लंबे समय से राजधानी वासी शहर में फ्लाईओवर का इंतजार कर रहे हैं। काफी मशक्कत के बाद काम शुरू भी हुआ और इसे तेज गति से पूरा भी किया जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर अगले साल के अंत तक शुरू भी हो जाए। वहीं सिरमटोली फ्लाई ओवर में भी 70 प्रतिशत से अधिक काम हो चुका है। कनेक्ट करने में कुछ समय इसमें अधिक लग सकता है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फ्लाईओवर की स्थिति का निरीक्षण किया था। तब जाकर उन्होंने सिरमटोली के पास भविष्य में लगने वाले जाम को लेकर चिंता जताई थी और अधिकारियों को कहा था कि दोनों फ्लाइओवर का निर्माण अभी हो रहा, इसलिए कोई ऐसा निर्णय लें कि भविष्य में जाम की समस्या उत्पन्न ना हो। इसलिए पथ निर्माण विभाग अंडरपास बनाने और दोनों फ्लाइओवर को जोडऩे पर सोच-विचार कर रहा था। आखिरकार तय हो गया कि दोनों फ्लाईओवर को आपस में जोड़ा जाए। सिरमटोली चौक के पास ही वाहनों के चढऩे और उतरने की व्यवस्था हो, जिससे जाम नहीं लगेगा। एलिवेटेड कॉरिडोर में पिलर कंप्लीट
इधर निर्माणाधीन रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए सभी पिलर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। पिस्का मोड़ छोर से पुल ढलाई का काम भी तेजी से हो रहा है। 2025 में इस कॉरिडोर को भी लोगों के लिए ओपन कर दिया जाएगा। जल्द ही इसे आम लोगों के लिए ओपन कर दिया जाएगा। 291 करोड़ की लागत से बन रहे इस कॉरिडोर का निर्माण 3.75 किमी तक किया गया है। इस कॉरिडोर को चार स्टेप में पूरा किया जाएगा। पहला स्टेप कंप्लीट हो चुका है। जबकि अगले साल जनवरी से दूसरा स्टेप शुरू होगा। वहीं अगस्त 2024 में तीसरा और जनवरी 2025 में चौथा चरण संपन्न होगा। इसके साथ ही आम लोगों के लिए इस कॉरिडोर को खोल दिया जाएगा।