सफाई के नाम पर जगहंसाई
RANCHI : स्वच्छ भारत अभियान के शुरु हुए एक हफ्ते ही हुए हैं, पर इसका हश्र दिखने लगा है। गांधी जयंती के मौके पर देश को स्वच्छ बनाने का संकल्प लेने वाले लोग ही अब साफ-सफाई के इस अभियान से मुंह फेरने लगे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महत्वाकांक्षी अभियान के पहले दिन जनप्रतिनिधि, नेता और ब्यूरोक्रेट्स समेत हर तबके के लोग शहर को साफ करने के मकसद से झाड़ू लेकर सड़कों पर निकले थे। उत्साह के साथ इन्होंने शहर की गंदगी को साफ किया था, पर उस दिन के बाद से न तो ये शहर की साफ-सफाई के लिए आगे आ रहे हैं और न ही नगर निगम का ध्यान इस ओर है। यही वजह है कि करमटोली चौक, जेल मोड़, मोरहाबादी मैदान और कर्बला चौक समेत कई इलाकों में फिर से गंदगी का अंबार दिखने लगा है
जेल मोड़ पर जमा है कचरालालपुर चौक से कचहरी चौक जाने के रास्ते में है जेल मोड़। यहीं पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा का सरकारी आवास, जेपीएससी ऑफिस और सर्किट हाउस है। गांधी जयंती के मौके पर शुरू हुए स्वच्छ भारत अभियान के तहत इस मोड़ पर मेयर आशा लकड़ा समेत पार्षदों ने झाड़ू लगाई थी। उस दिन तो जेल मोड़ चकाचक दिख रहा था, पर अगले ही दिन से यहां फिर कूड़ा-कचरा डंप होना शुरू हो गया। आज हालात है कि यहां गंदगी का अंबार है, पर साफ-सफाई को लेकर नगर निगम का कोई ध्यान नहीं है।
सफाई अभियान की खुली पोल करमटोली चौक के पास स्थित तालाब के पास गांधी जयंती के मौके पर विधायक सीपी सिंह के नेतृत्व में सफाई अभियान चला था। बड़ी संख्या में बीजेपी वर्कर्स और लोगों ने यहां झाड़ू लगाया था। लेकिन, उस दिन के बाद से यहां साफ-सफाई को लेकर किसी के दर्शन नहीं हो रहे हैं। न तो विधायक जी के पास इतनी फुर्सत है कि वे यहां फिर से झाड़ू मारने के लिए आएं और न ही नगर निगम की नज-ए-इनायत करमटोली चौक पर है। ऐसे में एक दिन के बाद ही यहां सफाई अभियान की पोल खुल गई। सफाई अभियान का असर नहींनगर निगम की मेयर मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय और सीईओ मनोज कुमार समेत आधे दर्जन से ज्यादा पार्षद बड़े ही उत्साह के साथ कर्बला चौक के पास गांधी जयंती के दिन शुरू हुए स्वच्छता अभियान में शामिल हुए थे। इन सभी ने इस इलाके में झाड़ू लगाकर लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने की अपील की थी। एक दिन की सफाई अभियान के बाद इस इलाके की गंदगी को साफ करने के लिए किसी ने सुध नहीं लिया। स्वच्छ भारत अभियान के शुरू हुए एक सप्ताह ही हुए हैं, पर यहां गंदगी का अंबार फिर से होने लगा है, पर इसकी फिक्र न तो जनप्रतिनिधियों और न ही नगर निगम को है।
गंदा दिख रहा मोरहाबादी मैदान गांधी जयंती के मौके पर मोरहाबादी मैदान में स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने का संकल्प लोगों ने लिया था। गवर्नर डॉ सैयद अहमद, सीएम हेमंत सोरेन, एमएल सीपी सिंह, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय और अरबन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के ऑफिशियल्स समेत कई गणमान्यों ने शहर के साफ-सफाई को लेकर शपथ ली थी, पर इसका भी असर नहीं दिख रहा है। मोरहाबादी मैदान में जहां-तहां गंदगी पसरा हुआ है। कूड़े-कचरे फेंके जा रहे हैं, पर इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। जब मोरहाबादी मैदान का यह हाल है तो अन्य इलाकों में साफ-सफाई का क्या हश्र होगा, सहज ही समझा जा सकता है। रातू रोड का भी हाल-बेहालस्वच्छ भारत अभियान के आगाज के दिन रातू रोड में भी निगम के पार्षदों और सफाई कर्मचारियों ने पूरे उत्साह के साथ झाड़ू लगाया था। इस रोड को साफ रखने का संकल्प लिया था, पर दूसरे ही दिन से यह रोड अपनी पुरानी स्थिति में पहुंच गया। इस रोड में जहां-तहां गंदगी पसरी हुई है, पर उसे साफ करने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। सिर्फ एक दिन की सफाई के बाद इस रोड की साफ-सफाई की सुध लेने कोई आगे नहीं आ रहा है।