संस्कार न हो तो सामाजिक जिम्मेदारियां शुन्य


रांची (ब्यूरो) । बुधवार को इस्कॉन रांची व रिलेशंस के संयुक्त तत्वावधान में बरियातू रोड स्थित हिल टॉप पब्लिक स्कूल में बाल संस्कार के महत्व पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता इस्कॉन रांची के प्रकाश प्रभु ने बच्चों को जीवन में संस्कार के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने ने कहा कि संस्कारों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। यदि संस्कार न हो तो हमारी सामाजिक जिम्मेदारियां शून्य होंगी। संस्कारों की पहली पाठशाला घर से शुरु होती है.हम जो घर से सीखते हैं, वही बाहर करते हैं। इसके बाद स्कूल में संस्कारों का समायोजन होता है। गीता के ज्ञान को समझा
इस अवसर पर मुख्य अथिति के रूप से स्कूल कि प्राचार्या संगीता राज, उप प्राचार्या सुनीता श्रीवास्तव, रिलेशंस के निदेशक आशुतोष द्विवेदी,जय श्रीवास्तव समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। बच्चों ने गीता के ज्ञान को भी समझा और भगवान कृष्ण के तस्वीर और मोर के पंख लेकर हरे कृष्ण हरे राम गीत पर नृत्य भी किया। इस अवसर पर आईएस जाकी,सीमा लाला, पुरोबी राय, सिबानी, मौसमी भटचार्या, शंकर, स्नेहा,गार्गी, सूर्यकांत, साधना, प्रियंका, सिमकि, सरिता, निकिता, सविता आदि कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive