स्पीच कॉम्पटीशन में दीक्षा प्रथम


रांची (ब्यूरो) । विमेंस कॉलेज की प्राचार्या डॉ सुप्रिया के निर्देशन में रांची विमेंस कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई एक प्रोग्राम ऑफिसर डॉ कुमारी उर्वशी ने बुधवार को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो विधेयक, 2019) के तहत जागरूकता रैली निकाली एवं बच्चों के खिलाफ यौन अपराध एवं सुरक्षा के उपाय विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। बच्चों के खिलाफ यौन अपराध करने वालों को कड़ी सजा देने, गंभीर यौन हमले के मामलों में मृत्युदंड के अलावा जुर्माना और कारावास का प्रावधान है, ताकि बाल अपराध पर अंकुश लगाया जा सके। 25 ने रखा विचार
भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक के तौर पर डॉ किरण तिवारी तथा डॉ ममता केरकेट्टा मौजूद रहीं। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान दीक्षा कुमारी ने प्राप्त किया द्वितीय स्थान पर अंजीता कुमारी तथा तृतीय स्थान पर सुलोचना टोप्पो रहीं। लगभग 25 कार्यकर्ताओं ने अपने विचार मजबूती से रखे। उन्होंने बताया कि भारत में यौन उत्पीडऩ के मामले हमेशा से देखे जाते रहे हैं। महिलाओं से लेकर छोटी बच्चियां तक यौन उत्पीडऩ जैसी घटनाओं से पीड़ित हैं। ऐसी ही घटनाओं से नाबालिग बच्चियों को सुरक्षित रखने के लिए पोक्सो एक्ट (पोक्सो एक्ट) लाया गया है। पोक्सो विधेयक में संकट के समय कमज़ोर बच्चों के हितों की रक्षा करने और उनकी सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने का प्रस्ताव है। कड़ी सजा का प्रावधान इस विधेयक को संसद द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है - 29 जुलाई, 2019 को राज्यसभा और 1 अगस्त, 2019 को लोकसभा ने इसे पारित कर दिया.पोक्सो विधेयक में बच्चों को समय से पहले यौन परिपक्वता लाने के लिए नशीली दवाएं दिए जाने के मामलों में कड़ी सजा देने का प्रावधान है। विधेयक पर बोलते हुए ईरानी ने कहा कि इस विधेयक में कम से कम 20 साल की जेल या आजीवन कारावास और दुर्लभ मामलों में अदालतों के विवेक के अनुसार मृत्युदंड का प्रावधान किया गया है।

Posted By: Inextlive