आटा, चावल के बाद दाल के भी चढ़े भाव
रांची (ब्यूरो)। महंगाई थमने का नाम नहीं ले रही है। हर दिन किसी ने किसी प्रोडक्ट के दाम में बढ़ोतरी हो जाती है। हर घर में इस्तेमाल होने वाली दाल की कीमत में बीते पांच दिनों में दस रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई है। लगभग एक सप्ताह पहले जहां अरहर दाल 105-110 रुपए किलो थी, अब 115-120 रुपए प्रति किलो मिल रही है। इसी प्रकार मसूर, मूंग व चना दाल के दाम भी पांच से दस रुपए किलो तक बढ़ गए हैं। आटा, चावल के बाद अब दाल की कीमत में इजाफा होने से आम लोगों के किचन के बजट पर काफी असर पड़ रहा है। महंगाई की मार सिर्फ दाल पर ही नहीं, बल्कि हरी सब्जियों पर भी भारी पड़ी है। नागा बाबा खटाल के खुदरा सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि बीते दस दिनों में हरी सब्जियों के दाम में पांच से दस रुपए प्रति केजी इजाफा हुआ है, जिससे सब्जियों के खरीदार मार्केट पहुंचने कम हो गए हैं।
सोच-समझ कर खरीदारी
एक ओर लोग पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं। इसपर भी दिनोंदिन अलग-अलग खाद्य से जुड़े सामानों की कीमत बढऩे से आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है। घरेलू गैस, पेट्रोल, डीजल, मस्टर्ड ऑयल, केरोसिन समेत लगभग हर सामान की कीमत पहले से बढ़ी हुई है। सामानों के बढ़े हुए दामों ने लोगों को सोच-समझ कर खरीदारी करने पर विवश कर दिया है। फिलहाल लोगों को इससे कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। दलहन के कारोबारी शिबू अग्रवाल ने बताया कि दाल की फसल कमजोर पडऩे के कारण दाम में तेजी आई है।
आटा पहले ही हुआ महंगा
बता दें कि आटे के दाम में पहले ही 5 से सात रुपए प्रति किलो की तेजी आ चुकी है। वहीं, खुदरा विक्रेताओं का कहना है कि अभी कई ब्रांडेड कंपनियां कीमतों में और इजाफा करने की तैयारी में हैं, जिससे आने वाले दिनों में लोगों को और महंगाई का सामना करना पड़ सकता है। इधर पैक्ड फूड आइट्म्स पर पांच फीसदी जीएसटी लागू होने के बाद दही-लस्सी से लेकर ब्रेड तक के दाम दो रुपए से पांच रुपए तक बढ़ गए हैं। ये वस्तुएं लोगों के दैनिक जीवन का हिस्सा हैं। रॉ मैटेरियल व पैकेजिंग खर्च बढऩे से नहाने के साबुन, सर्फ, बिस्किट, टूथपेस्ट, मैगी, शैंपू व क्रीम के दाम भी 3 से 20 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। इससे आम लोगों की रोजमर्रा की परेशानी बढ़ गई है।
किचन का बजट गड़बड़ाया
कुछ ही दिनों में रसोई के बजट में पांच से सात सौ रुपए का असर पड़ा है। एक महीने पहले किचन के सामान ढाई से तीन हजार खर्च करने पर पूरे हो जाते थे। लेकिन, अब चार हजार रुपए के बजट में भी पूरा सामान नहीं हो पा रहा है।
-अंजलि कुमारी
- सुनीता कुमारी गैस और पेट्रोल ने पहले ही रुला रखा है। चार से पांच हजार रुपए का सिर्फ किचन का बजट बन रहा है। सब्जी में हर दिन होने वाला खर्च अलग है।
- प्रिया किचन में उपयोग होने वाले रोजमर्रा के सामान की कीमत भी थोड़ी-थोड़ी बढ़ती जा रही है। सिर्फ खाने-पीने वाली चीजें नहीं, बल्कि अन्य सामानों के दाम भी बढ़े हैं।
- मधु मिश्रा
कितना बढ़ा भाव
दाल 10 दिन पहले रेट अब
अरहर दाल 105-110 115-120
मसूर दाल 80-85 90-95
मंूग दाल 90-95 100-105
चना दाल 70 75
हर सब्जी की कीमत
परवल 50
बंधा गोभी 40
फुल गोभी 40
नेनुआ 30
टमाटर 30
बैगन 40
भींडी 30
बीन 50
लौकी 30
शिमला मिर्च 100
(नोट: रेट रुपए प्रति किलो के हिसाब से हैं)