इस कोविड अस्पताल में संक्रमण का है इंतजाम!
रांची(ब्यूरो)। सदर अस्पताल को कोविड केयर हॉस्पिटल तो बना दिया लेकिन यहां सुविधाओं का घोर अभाव दिख रहा है। आलम यह है कि हॉस्पिटल आने वाले लोगों का टेंप्रेचर तक चेक नहीं किया जा रहा है। वहीं, कर्मियों को बिना मास्क, ग्लब्स और पीपीई किट के ही काम करवाया जा रहा है। ऐसे में सदर अस्पताल के सफाई कर्मियों से लेकर ट्रॉलीमैन तक खौफ में हैं और कहीं उन्हें ही कोरोना ना हो जाए, इसको लेकर कंप्लेन भी कर रहे हैं, लेकिन इस कंप्लेन का कुछ खास असर होता दिख नहीं रहा है। बता दें कि रांची में प्रतिदिन 1500 के करीब कोरोना संक्रमित मरीज आ रहे हैं। वहीं, सदर अस्पताल में बड़ी संख्या में इलाज करवाने रांची समेत आसपास से भी लोग आ रहे हैं। ऐसे में लोगों को यह डर सता रहा है कि सदर अस्पताल में इलाज कराने गए तो कहीं वहां की व्यवस्था के कारण खुद कोरोना संक्रमित न हो जाएं। कर्मियों का कहना है कि हमलोगों को हॉस्पिटल की ओर से मास्क या ग्लव्स तक नहीं दिया गया है। यह काफी संवेदनशील स्थान है, यहां पूरे दिन संक्रमित मरीज आते रहते हैं, जिनसे संक्रमण होने का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में सदर हॉस्पिटल के सफाई कर्मी, एएनएम, जीएनएम और दूसरे स्टाफ्स खौफ में हैं।
टेंप्रेचर जांच भी नहीं
हॉस्पिटल में लापरवाही घनघोर है। यहां आने वाले लोगों का टेम्प्रेचर जांच तक नहीं हो रहा है। जबकि इसी विभाग से सिटी के आम लोगों के लिए हेल्थ एडवाइजरी जारी होती है। लोगों को मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जाती है। लेकिन खुद ही हॉस्पिटल कैंपस में किसी भी गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। सबसे जरूरी बात हॉस्पिटल में हैंड सेनेटाइजर भी नहीं रखा गया है। जिससे मरीज, उनके परिजन या हॉस्पिटल स्टाफ हैंड सेनेटाइज कर सकें। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गेट के पास हैंड सेनेटाइजर रखा गया था। लेकिन, इस बार हैंड सेनेटाइजर तक नदारद है। हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने बताया कि महामारी में यहां काम करने में भी डर लगता है। लेकिन काम छोड़ नहीं सकते क्योंकि घर परिवार की जिम्मेवारी है। खुद से सुरक्षा अपनाते हैं कहीं हमारी वजह से कोई और न संक्रमित हो जाए। हॉस्पिटल प्रबंधक को यह सब देखना चाहिए। हॉस्पिटल के ट्रॉली मेन ने कहा कि पीपीई किट की हम सबों को नितांत आवश्यकता है। मैनेजमेंट से मांगने पर तुम्हें इसकी कोई जरूरत नहीं है कहकर लौटा दिया जाता है। इसके अलावा ग्लव्स मांगने पर खुद के पास ही नहीं होने का रोना रोने लगता है।