रांची का सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड टाउनशिप धुर्वा में बनाई जाएगी. झारखंड राच्य आवास बोर्ड ने टाउनशिप निर्माण का लिया है निर्णय. जमीन की प्राधिकृत समिति ने मंजूरी दी.


रांची(ब्यूरो)। झारखंड राज्य गठन के 24 साल बाद झारखंड राज्य आवास बोर्ड रांची में सबसे बड़ी टाउनशिप बनने जा रही है। राजधानी रांची की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड टाउनशिप धुर्वा में बनाई जाएगी। करीब 89 एकड़ क्षेत्र में बनने वाली इस टाउनशिप को प्राधिकृत समिति ने मंजूरी प्रदान कर दी है। अब झारखंड राच्य आवास बोर्ड द्वारा प्रस्तावित इस इंटीग्रेटेड टाउनशिप पर काम शुरू होगा। पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 3300 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। टाउनशिप में सुपर एचआईवी, एचआईजी, एमआइजी, एलआईजी हाउसिंग के करीब 5780 फ्लैट्स का निर्माण किया जाएगा। इस टाउनशिप में 300 वर्ग फीट के 30 प्लॉट और 240 वर्गफीट का 23 इंडिविजुअल प्लॉट भी निकल गए हैं।ये होगा टाउनशिप का नाम
इसका नाम बिरसा नगर हाउसिंग कॉलोनी प्रोजेक्ट होगा। आवास बोर्ड के बिरसानगर हाउसिंग कॉलोनी प्रोजेक्ट में सभी सुविधाओं के साथ टाउनशिप बसाई जाएगी। यहां सभी वर्ग के लोगों के लिए भवन का निर्माण किया जाएगा। बहुमंजिली भवन जी प्लस 10 और जी प्लस 11 होंगे। इसमें 1950 से 2350 वर्ग फीट 144 सुपर एचआईवी फ्लैट बनाए जाएंगे। 1350 से 1700 वर्ग फीट तक के 1364 एचआईजी फ्लैट का निर्माण होगा। 985 से 1215 वर्ग फीट 3312 एमआइजी फ्लैट का निर्माण होगा। एलआईजी हाउसिंग के लिए 600 से 1100 वर्ग फीट तक के कुल 960 फ्लैट का निर्माण किया जाएगा। पूरी टाउनशिप 3 फेज में बनाई जाएगी। पहले फेज में 2600 फ्लैट बनाए जाएंगे, दूसरे फेज में 2100 और थर्ड फेज में 1080 फ्लैट का निर्माण किया जाएगा।बुकिंग के पैसे से होगा कामइस प्रोजेक्ट के लिए आवास बोर्ड इनिशियल कैपिटल की फंडिंग करेगा। लोगो से किस्त के रूप में मिलने वाली राशि से निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। बोर्ड द्वारा तैयार की गई फंडिंग से बिरसा नगर हाउसिंग कॉलोनी इंटीग्रेटेड टाउनशिप का निर्माण होगा। 24 साल में पहली टाउनशिपझारखंड राच्य आवास बोर्ड के रांची सहित अलग-अलग जिलों में जितनी भी आवासीय कॉलोनी बनाई गई हैं, वह संयुक्त बिहार के समय बनाई गई हैं। राच्य गठन होने के बाद से अभी तक राज्य आवास बोर्ड द्वारा अपनी एक भी कॉलोनी का निर्माण नहीं किया गया है। धुर्वा में यह राच्य सरकार का पहला आवासीय कॉलोनी आवास बोर्ड द्वारा निर्माण किया जाएगा। इसके पूर्व आवास बोर्ड की जा कालोनियां बनी हैं वह संयुक्त बिहार के समय की हैं और अलग राच्य बनने के बाद चंद अपार्टमेंट के अलावा कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा सका है।राजस्व भी बढ़ेगा


झारखंड राच्य आवास बोर्ड की नई कालोनी से प्रदेश के बोर्ड की कमाई भी बढ़ेगी। इसके पूर्व संयुक्त बिहार के समय अधिग्रहण किए गए भूखंडों पर फ्लैट का निर्माण कर और उन्हें बेचकर ही आवास बोर्ड ने कुछ-कुछ राजस्व प्राप्त किया है। इसी क्रम में बोर्ड ने जो भी कमाई की वह बोर्ड के संचालन के हिसाब से कहीं कम थीं। राच्य सरकार आवास बोर्ड को चलाने पर जितनी राशि खर्च कर रही है उतनी कमाई बोर्ड नहीं कर पा रहा है। अब राच्य सरकार की उम्मीदें बोर्ड से बढ़ी हैं और माना जा रहा है कि आवास बोर्ड के सामान्य कार्यों के लिए बोर्ड को सरकार से पैसे मांगने की जरूरत नहीं होगी।306 एकड़ जमीन उपलब्ध

धुर्वा में प्रस्तावित नई आवासीय कालोनी में वो तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी जो माडर्न आवासीय कालोनियों में होने की परिकल्पना की जाती है। यहां परिसर के अंदर ही पार्क, स्वास्थ्य केंद्र, बाजार आदि सुविधाओं का प्रविधान किया जा रहा है। सोसाइटी में हर वर्ग के लिए फ्लैट बनेंगे, जिसमें एलआइजी, एमआइजी और एचआइजी के लिए अलग-अलग फ्लैट होंगे। अलग-अलग कैटेगरी के फ्लैट के लिए बोर्ड की ओर से एक न्यूनतम राशि निर्धारित की जाएगी। ज्ञात हो कि धुर्वा में आवास बोर्ड को राच्य सरकार ने 306 एकड़ भूखंड उपलब्ध कराया है।

झारखंड राज्य आवास बोर्ड द्वारा बिरसा नगर हाउसिंग कॉलोनी इंटीग्रेटेड टाउनशिप का निर्माण होगा, जिसे आवास बोर्ड द्वारा बनाया जाएगा। इसका पूरा प्रस्ताव तैयार हो गया है। इस पर काम चल रहा है। -अमित कुमार, एमडी, झारखंड राच्य आवास बोर्ड

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