मल्टी जिम का 'खलनायकÓ कौन?
इक्विपमेंट्स लगने मे देरी
यूनिवर्सिटी के मल्टी जिम को जून महीने में ही शुरू होना था, पर यहां इक्विपमेंट्स लगाने का काम ही लेट से शुरू हुआ। यूनिवर्सिटी के स्पोट्र्स कंट्रोल बोर्ड की मीटिंग के बाद जुलाई महीने में यहां इक्विपमेंट्स लगने का काम शुरू हुआ, जबकि काफी पहले ही यूनिवर्सिटी में इक्विपमेंट्स मंगा लिए गए थे, पर यूनिवर्सिटी से बेसिक साइंस बिल्डिंग स्थित मल्टी जिम में इक्विपमेंट्स के शिफ्ट करने में ही दो महीने का वक्त लग गया।
मल्टी जिम में इक्विपमेंट्स तो लग चुके हैं, पर मिरर लगानेम का काम अभी पेंडिंग पड़ा हुआ है। जिम के संचालन के लिए इंस्ट्रक्टर भी रिक्रूट किया जाना है, पर इस दिशा में अभी कोई पहल नहीं हो रही है। कब मिरर लगेगा और इंस्ट्रक्टर रिक्रूट किए जाएंगे, यह यूनिविर्सटी के फाइल्स में सिमटा हुआ है।
स्पोट्र्स डिपार्टमेंट का जिम्मा
मल्टी जिम कब शुरू होगा? इस बाबत यूनिवर्सिटी के सीसीडीसी डॉ पीके सिंह ने बताया कि यहां सिर्फ मिरर लगना बाकी है। मिरर लगाने का जिम्मा यूनिवर्सिटी स्पोट्र्स डिपार्टमेंट का है। मिरर के फिट होते ही स्टूडेंट्स और स्पोट्र्स पर्सन्स के लिए जिम को ओपेन कर दिया जाएगा। दूसरी ओर स्पोट्र्स डिपार्टमेंट के एक्स ऑफिशियल शेखर बोस का कहना है कि जिम में मिरर लगवाने का काम सीसीडीसी ऑफिस का है। जबतक मिरर और ऑफिस सेटअप के इक्पिमेंट्स नहीं मिल जाते, जिम को चालू नहीं किया जा सकता है। ऐसे में दोनों डिपार्टमेंट्स में तालमेल नहीं होना जिम पर भारी पड़ रहा है। हालांकि, वीसी ने जून में मल्टी जिम का विजिट कर इसे तुरंत शुरू करने के डायरेक्शन दिए थे।