लड़कियों की सेफ्टी के लिए पुलिस की नई पहल
रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। कभी छेड़छाड़ तो कभी छिनतई की शिकार महिलाएं आए दिन होती रहती हैं। इन्हीं शिकायतों को दूर करने के लिए रांची पुलिस ने एक पहल की है, जिसमें महिलाएं या लड़कियां अपने साथ होने वाले दुव्र्यवहार के बारे में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकती हैं। पुलिस विभाग ने मेक माय सिटी सेफ नामक वेबसाइट बनवाई है, जिसकी मदद से कोई भी महिला अपनी किसी भी तरह की शिकायत यहां दर्ज करा सकती है। झारखंड पुलिस की वेबसाइट पर जाकर मेक माय सिटी सेफ विंडो में कंप्लेन कर सकती हैं। ऑनलाइन कंप्लेन दर्ज होने के बाद उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर झारखंड पुलिस ने एक और नई पहल 'मेक माई सिटी सेफÓ शुरू की। किसी भी क्षेत्र में महिलाओं के साथ कुछ गलत हो रहा है या कोई इलाका उनके लिए असुरक्षित है तो सिर्फ झारखंड पुलिस की वेबसाइट पर लॉगइन कर कुछ जानकारी साझा करनी होगी। इसके बाद ही कंप्लेन रजिस्टर्ड होगा। मामले फर्जी न हो इसे देखते हुए विभाग की ओर से शिकायतकर्ता की जानकारी अनिवार्य रूप से मांगी गई है।सीक्रेट रहेगा शिकायतकर्ता
छेड़छाड़, छिनतई, लूटमार, मारपीट या किसी भी तरह महिलाओं से संबंधित उत्पीडऩ मामलों की शिकायत महिलाएं या लड़की इस विंडो में दर्ज करा सकती है। जानकारी देने या शिकायत करने वाली महिलाओं का नाम गुप्त रखा जाएगा। शिकायत कर्ता की जानकारी इसलिए भी मांगी गई है, ताकि इस सुविधा का कोई दुरुपयोग न करे। जिस स्थान पर महिला खुद को असुरक्षित महसूस करती है। या जहां से गुजरने पर महिलाओं को असहज महसूस होता है ऐसे इलाकों के बारे में भी जानकारी दी जा सकती है। उस स्थान पर पुलिस टीम तुरंत कार्रवाई करेगी। लड़कों की अड्डेबाजी और ड्रिंक करने के बारे में भी जानकारी मांगा गई है, ऐसे स्थानों पर पुलिस पट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। महिलाओं को क्या परेशानी आ रही है इसकी भी जानकारी मांगी जाएगी। कंप्लेन के लिए किसी भी महिला या लड़कियों को थाने आने की जरूरत नहीं है। ऐसे दर्ज करें कंप्लेन
सबसे पहले झारखंड सरकार की वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद मेक माय सिटी सेफ के ऑप्शन में जाकर क्लिक करना है। यहां एक विंडो खुलेगा, जिसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर, जिला, जेंडर, ईमेल आईडी, इनफॉर्मेशन देनी होगी। यह जानकारी झारखंड पुलिस किसी के साथ साझा नहीं करेगी। सभी जानकारी देने के बाद महिला को अपनी परेशानी बतानी होगी, परेशानी कहां और किस तरह की यह भी बतानी होगी। कब से ऐसा हो रहा है, सभी जानकारी देने के बाद इसे सब्मिट करना होगा। विंडो में दी गई सभी सूचना लोकल थाना और लोकल पीसीआर को वायरलेस करके दी जाएगी। वायरलेस होते ही इस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। पहले भी महिलाओं की सुरक्षा को जारी हुए ऐप
महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए पहले भी कई तरह के ऐप और फोन नंबर जारी किए जा चुके हैं। लेकिन महिलाओं से दुव्र्यवहार में कोई कमी नहीं आई। बल्कि पहले से भी ज्यादा शिकायतें आने लगी हैं। पुलिस की ओर से शक्ति ऐप भी जारी किया गया था। जिसे शुरुआत में बेहतर तरीके से ऑपरेट किया गया। लेकिन धीरे-धीरे इस पर भी ध्यान देना बंद हो गया। लड़कियों को इस ऐप के बारे में जानकारी तक नहीं है। शक्ति ऐप के अलावा शक्ति मोबाइल का भी गठन किया गया था, जिसे सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा पर ही ध्यान देना था। लेकिन धीरे-धीरे यह भी खत्म हो गया। प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण महिलाएं इन दोनों सुविधाओं का फायदा नहीं उठा पाईं। अब एक बार फिर से मेक माय सिटी सेफ ऑनलाइन कंप्लेन के लिए शुरू किया गया है। लेकिन प्रचार-प्रसार नहीं होने से कहीं यह व्यवस्था भी पहले की तरह फेल न हो जाए।