मृत महिला की बेची जमीन, आइटी विभाग ने किया अटैच
RANCHI: राजधानी में जमीन के नाम पर एक बार फिर बड़ी जालसाजी का खुलासा हुआ है। मामला एक गरीब मुस्लिम परिवार से जुड़ा है। मृत महिला जैबुन निशा की पुश्तैनी जमीन फर्जी तरीके से बिना अनुमति रजिस्ट्री कर शीतल साव पिता लट्टू साव को बेच दी गई। बाद में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शीतल साव के टैक्स डिफॉल्टर होने के कारण उसी जमीन को अटैच कर ली। मामला गंभीर है, क्योंकि जिस जमीन की खरीदारी ही फर्जी तरीके से की गई है, उसे इनकम टैक्स विभाग द्वारा अटैच करवाकर सीधे-सीधे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को धोखा दिया गया है।
2011 में शशिभूषण को पावर ऑफ अटार्नी 12 जुलाई 2011 को जैबुन निशा ने अपनी जमीन जिसका खाता नम्बर 124, प्लॉट नम्बर 78, कुल रकबा 98 डिसमिल, जिसमें 73.5 डिसमिल जमीन की पावर अॅाफ अटार्नी कोकर निवासी शशिभूषण कुमार, पिता राजा सिंह को दे दी।2012 में जैबुन निशा का देहान्त
इस पावर ऑफ अटार्नी के दिए जाने के 11 महीने बाद 8 जून 2012 को जैबुन निशा का देहान्त हो गया। 14 जून 2012 को उनका सरकारी डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया है। कानून के अनुसार महिला की मौत के साथ ही उनके द्वारा दी गई पावर ऑफ अटार्नी की वैधता खत्म हो जाती है। जैबुन निशा की मौत के साथ ही पावर ऑफ अटार्नी कैंसिल होकर पूरी तरह अवैध हो गया।
2013 में जमीन शीतल साव ने खरीदी 23 फरवरी 2013 को शीतल साव, पिता लट्टू साव ने उक्त 73.5 डिसमिल जमीन में से 49 डिसमिल शशिभूषण कुमार से उसी अवैध पावर ऑफ अटार्नी के जरिए रजिस्ट्री करवा ली। पावर ऑफ अटार्नी देने वाली महिला की मौत को भी रजिस्ट्रार से छुपाया गया। साथ ही इसी अवैध रजिस्ट्री द्वारा 49 डिसमिल जमीन का म्युटेशन भी करवा लिया गया। 1 करोड़ 30 लाख का कैश भुगतान इस जमीन के रजिस्ट्री डीड के अनुसार, शीतल साव ने इस जमीन को खरीदने के लिए शशिभूषण कुमार को 1 करोड़ 30 लाख रुपए का नगद भुगतान किया था। शीतल साव पर टैक्स डिफॉल्ट का मामला था, इसलिए बाद में इसी जमीन को आयकर विभाग ने 96.6 लाख रुपए में अटैच कर ली, जिसकी रजिस्ट्री ही फर्जी तरीके से की गई है। मेरी माताजी के मरने के बाद हमें एक बार भी शशिभूषण कुमार सिंह ने नहीं बताया कि जमीन उसने रजिस्ट्री कर दी है। जमीन पर आज भी हमारा कब्जा है और हमलोग उसपर खेती करते हैं। मो। शोएब अंसारी, पुत्र, जैबुन निशा, पीडि़तमहिला की मौत के बाद अगर पावर ऑफ अटार्नी का इस्तेमाल कर जमीन बेची गई है तो यह गैरकानूनी है। मामला काफी गंभीर है। कोर्ट में आने पर न्यायसंगत कार्रवाई की जाएगी।
-राय महिमापत रे, डीसी, रांची