हाईकोर्ट के आदेश का भी नहीं हुआ कोई असर. पार्किंग की समस्या नहीं हो रही खत्म. दुकानों में अग्निशमन यंत्र रखने का प्लान भी फेल.


रांची(ब्यूरो)। अपर बाजार में सड़क पर लगने वाली गाडिय़ों का समाधान नहीं निकल रहा है। अपर बाजार में अव्यवस्थाओं को लेकर हाईकोर्ट भी फटकार लगा चुका है। फिर भी यहां सुधार नहीं हो रहा है। अपर बाजार की स्थिति देख ऐसा लगता है जैसे नगर निगम, जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी हाईकोर्ट के आदेश को भी नहीं मानते। हाई कोर्ट ने अपर बाजार इलाके में हेवी व्हीकल की एंट्री पर रोक लगाने का आदेश दिया है। लेकिन अब भी अपर बाजार की सड़कों पर हेवी व्हीकल की एंट्री कराई जा रही है। अपर बाजार में बड़े मालवाहक वाहनों का प्रवेश धड़ल्ले से हो रहा है। जालान रोड, कार्ट सराय रोड में ट्रांसपोर्टर पूरे दिन ट्रक खड़े कर सामान की लोडिंग-अनलोडिंग करा रहे हैं। बड़े वाहनों के खड़े रहने से जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है, जिससे सड़क पर जाम की स्थिति जस की तस बनी हुई है। हाईकोर्ट ने दो हफ्ते पहले अफसरों को सख्त आदेश दिया था कि अपर बाजार में बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई जाए। ताक पर हाईकोर्ट का आदेश
वाहनों की पार्किंग की भी समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है। अपर बाजार के बकरी बाजार में पार्किंग बनाने को लेकर बीते कई सालों से प्रयास हो रहा है। लेकिन अबतक यह पूरा हो नहीं हो सका है। बकरी बाजार में पार्किंग को लेकर हाई कोर्ट फिर एक बार आदेश जारी किया है। नगर निगम इसे गंभीरता से लेता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी। वहीं अपर बाजार में बार-बार आग लगने की समस्या को देखते हुए सभी दुकानों में अग्नि सुरक्षा के लिए उपकरण रखने के आदेश का भी इस मार्केट में कोई अनुपालन नहीं हो रहा है। सड़क नालियों के एन्क्रोचमेंट को लेकर भी हाईकोर्ट निगम को फटकार लगा चुका है। लेकिन विडंबना है कि इसके बाद भी नगर निगम न तो इसे गंभीरता से ले रहा है, और न ही अपर बाजार में व्यवस्था सुधारी जा रही है। अधिकारियों की मनमानी का आलम यह है कि अब तक इन आदेशों पर ठोस प्लान नहीं बनाया जा सका है। पार्किंग में भी लग रहीं दुकानें


अपर बाजार की गलियों में कुछ स्थानों पर पार्किंग अलॉट किए गए हैं। वहां भी वाहनों की पार्किंग न कराकर दुकानें लगवाई जा रही हैं। जैसे रंगरेज गली में पार्किंग स्थल पर दुकान लगवाई जा रही है। ठेकेदार ने पार्किंग स्थल को दुकानदारों को बेच दिया है। ठेकेदार ने पार्किंग की जगह करीब 12 दुकानदारों को बेच दी है। हर दुकानदार से 8-10 हजार रुपए प्रतिमाह वसूली होती है। इससे लोग सड़क पर वाहन खड़ी करने को विवश हैं। अपर बाजार में सैकड़ों दुकानें हैं, जहां हर दिन हजारों लोग खरीदारी करने आते हैं। पूरे दिन इस स्थान पर जाम की समस्या बनी रहती है। स्थिति ऐसी है कि इमरजेंसी के वक्त एंबुलेंस और फायर सेफ्टी व्हीकल भी अपर बाजार की गलियों में सुगमता पूर्वक आवागमन नहीं कर सकते। हाईकोर्ट ने एक बार फिर से नगर निगम को बकरी बाजार में पार्किंग व्यवस्था मुहैया कराने का आदेश दिया है। पार्किंग बने तो बात बने

अपर बाजार में हर दिन दस हजार गाडिय़ों का मूवमेंट होता है। पार्किंग बनने से जाम से राहत मिलेगी, व्यापार भी बढ़ेगा। सड़कों पर गाडिय़ां खड़ी रहती हैं। पार्किंग बनने से दुकानदारों की गाडिय़ा भी यहीं पार्क होंगी। पांच हजार से अधिक खुदरा कारोबारी अपर बाजार से ही माल उठाते हैं। डीपीआर तैयार कर रही जुडको के प्रोजेक्ट डायरेक्टर गोपाल ने बताया कि अपर बाजार में रोज आने वाली गाडिय़ों और यहां के निवासियों की गाडिय़ों का सर्वे करने के बाद पार्किंग की डिजाइन तैयार की जाएगी। एक माह में कंसल्टेंट फाइनल कर डीपीआर तैयार कराई जाएगी। अपर बाजार को जाम फ्री बनाने के लिए जो प्लान सबसे बेहतर होगा, उसी आधार पर मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण होगा।

बकरी बाजार में पार्किग की व्यवस्था कराई जाएगी। जुडको को इस संबंध में डीपीआर तैयार करने को कहा गया है। तब तक खाली जगह पर वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। -कुंवरसिंह पाहन, एएमसी

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