fraud in online shopping ranchi: शॉपहालिक समझकर डार्क पैटर्न के शिकार हो रहे युवा. फ्लैश सेल से उत्साहित होकर ठगी के हो रहे हैं शिकार. पैसे बचाने की चाहत में हो रहा अकाउंट खाली. 1240 से अधिक नए डोमेन रजिस्ट किए गए जून में. 86 परसेंट डोमेन स्कैम करने के लिए माक्र्ड किए गए. 90 परसेंट तो कहीं 50 परसेंट साइट पर दे रहे सेल


रांची(ब्यूरो)। फलाना शॉपिंग साइट पर 50 परसेंट तो फलाने साइट पर 90 परसेंट का सेल दिया जा रहा है। इस दौरान कई ऑफर्स और शानदार डील्स मिल सकती है, जिसमें ग्राहकों की भारी बचत भी हो सकती है। यह सेल सिर्फ इतने से इतने समय के लिए ही है। ऐसा मैसेज देख कर युवा शॉपिंग करने के लिए विवश हो जाते हैं। लेकिन रुकिए, यदि आप भी ऐसा कोई मैसेज देख कर खरीदारी करने की सोच रहे हैं तो आपको सतर्क होना होगा। कहीं पैसा बचाने के चक्कर में आपका अकाउंट ही न खाली हो जाए। क्योंकि इस तरह का मैसेज डाल कर साइबर ठगी का खेल भी शुरू हो चुका है। ऑनलाइन शॉपिंग ने जिंदगी को जहां आसान बना दिया है। वहीं, इसके कई खतरें भी हैं। इनमें सबसे बड़ा खतरा है साइबर फ्राड यानी ठगी का है। अमेजन, फ्लिपकार्ट समेत कई ई कॉमर्स वेबसाइट में डिस्काउन्ट आदि से जुड़े लिंक के मैसेज आते हैं। इन पर क्लिक करते ही आपकी सारी कमाई एक झटके में साफ हो जाती है। अलग-अलग शॉपिंग साइट के नाम से कई बार कॉल, टेक्स्ट ईमेल और डिफरेंट प्लेटफार्म पर विज्ञापन डालकर ऑफर की जानकारी दी जाती है, जिसमें शॉपहॉलिक यंगस्टर्स आसानी से फंस जाते हैं। टेक्निकल सपोर्ट स्कैम
साइबर अपराधी कई बार फेक वेबसाइट बनाते हैं, जिनमें वे कस्टमर केयर सपोर्ट देने की बात करते हैं। कस्टमर इन फर्जी वेबसाइट के झांसे में आ जाते हैं और स्कैमर की स्कीम में फंस जाते हैं। अमेजन के मुताबिक यदि आपको प्रोडक्ट से जुड़ी कोई समस्या है या फिर किसी स्कीम से जुड़ी जानकारी चाहते हैं तो आप वेबसाइट के हेल्प सेक्शन को विजिट करें। वहीं, आप यदि सर्च इंजन इस्तेमाल करते हैं तो सोच समझकर इनका इस्तेमाल करें। कई बार सर्च इंजन के जरिए आप फर्जी वेबसाइट में जा सकते हैं, जिससे आगे मुसीबत में फंस सकते हैं। स्कैमर कई बार आपको कॉल करके कहेंगे कि आपको ये चीज तुरंत करनी होगी क्योंकि ये अर्जेंट है। जब भी आपके साथ कोई ऐसा करें तो सावधान हो जाएं। स्कैमर कई बार आपको कॉल करेंगे और कहेंगे कि आपको अपने गिफ्ट कार्ड से जुड़ी जानकारी शेयर करनी होगी। इसे कतई शेयर न करें। कोई भी ई कॉमर्स कंपनी ऐसी जानकारी आपसे नहीं मांगती है। फेक वेबसाइट से ठगी


दरअसल, अलग-अलग शॉपिंग साइट के नाम पर ढेरों फर्जी वेबसाइट बन चुकी हैं। जो इतने सारे ऑफर्स या छूट देने का दवा करती हैं कि जिससे ग्राहक साइट पर क्लिक कर ही देते हैं। इसके बाद फ्राड के शिकार हो जाते हैं। साइबर अपराधी सेल के दौरान फिशिंग अटैक करने की कोशिश करते हैंं। ऐसे फ्राडस्टर्स फर्जी ईमेल भेजकर या फर्जी वेबसाइट बनाकर पर्सनल जानकारी या फाइनांशियल डिटेल्स देने के लिए धोखा देते हैं। सेल के दौरान सावधान रहना, क्लिक करने से पहले लिंक चेक कर लेना जरूरी है कि आप असली और नकली वेबसाइट की पहचान कर लें। चेक पॉइंट रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2024 में अमेजन से संबंधित 1240 से अधिक नए डोमेन रजिस्टर किए गए, जिनमें से 86 प्रतिशत को स्कैम करने के लिए माक्र्ड किया गया। ऐसे करें सुरक्षित ऑनलाइन शॉपिंग- यूआरएल की ध्यान से जांच करें और गलत डोमेन पर नजर रखें- अपने अमेजन, फ्लिपकार्ट अकाउंट के लिए मजबूत पासवर्ड का इस्तेमान करें। - वेबसाइट का यूआरएल एचटीटीपीएस से शुरू हो और उसमें पैडलॉक का आइकन मौजूद हो। - पर्सनल इन्फॉर्मेशन देना जरूरी नहीं है तो इससे बचें। - ईमेल द्वारा अगर आपके पास कोई अटैचमेंट या डॉक्यूमेंट आता है तो डाउनलोड करने से बचें। - ऑनलाइन शॉपिंग करते टाइम डेबिट कार्ड से ज्यादा क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें, क्योंकि वो बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है।

- किसी भी तरह के लिंक पर क्लिक करके ऑफर्स का फायदा उठाने की कोशिश न करें।

सोशल मीडिया हो या फिर कोई भी साइट, उस पर किए गए हर दावे सही हैं या नहीं, इसकी पड़ताल करनी चाहिए। किसी भी ऑफर पर रुपए खाते में ट्रांसफर न करें और न ही अपने खाते की जानकारी दें। -सुमित कुमार, साइबर एक्सपर्ट, रांची

Posted By: Inextlive