फेल रिजल्ट नहीं स्वीकार, कीजिए सुधार
RANCHI:झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) द्वारा दो दिन पूर्व जारी इंटर के रिजल्ट को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। स्टेट के हर जिले से रिजल्ट में कथित गड़बड़ी का आरोप लगाकर स्टूडेंट्स हंगामा करने लगे हैं। सोमवार को रांची से लेकर जमशेदपुर तक विभिन्न कॉलेजों में स्टूडेंट्स पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराया। फेल स्टूडेंट्स का साफ कहना है कि उन्हें यह रिजल्ट स्वीकार नहीं है। जैक को इसमें सुधार करना होगा। इंटर में फेल होने वाले 34,243 स्टूडेंट्स में से अधिकतर स्टूडेंट्स का यही कहना है कि 11वीं में मिले मार्क्स ठीक से नहीं जोड़े गए।
कहां है प्रैक्टिकल के मार्क्सजैक ने जो फामूर्ला तय किया था, उसके अनुसार इंटर 11वीं के मार्क्स के आधार पर ही एसेसमेंट होना था और प्रैक्टिल के मार्क्स भी जोड़े जाने थे। हालांकि, साइंस के सभी स्टूडेंट्स जो फेल हुए हैं, उनका कहना है कि प्रैक्टिकल के मार्क्स जैक बोर्ड ने नहीं जोड़े। इसके अलावा 11वीं में जितने मार्क्स मिले थे, उससे भी कम अंक 12वीं में दिया गया, जबकि दावा किया जा रहा है कि अगर परीक्षा होती, तो उनके अंक ज्यादा होते। अधिकतर स्टूडेंट्स यही पूछ रहे हैं कि आखिर उनके प्रैक्टिकल के मार्क्स कहां गए?
कॉलेज भी असमंजस मेंसोमवार को जिन कॉलेजों में स्टूडेंट्स पहुंचे, वहां के प्रबंधन के पास भी कोई जवाब नहीं है। रांची के एक कॉलेज के प्रिंसिपल ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि उनकी ओर से सभी स्टूडेंट्स के 11वीं के मार्क्स (प्रैक्टिकल के) जैक को भेज दिए गए थे। अब किस आधार पर कुछ के मार्क्स फाइनल रिजल्ट में जोड़ दिए गए और कुछ के नहीं, यह समझ से परे है। अधिकतर कॉलेज के प्रिंसिपल्स जैक को इस बारे में चिट्ठी भेज रहे हैं। उनकी भी मांग है कि जारी रिजल्ट में संशोधन कर स्टूडेंट्स की शिकायतों को दूर किया जाए।
किस स्ट्रीम से कितने फेल जैक द्वारा जारी इंटर के रिजल्ट में साइंस में 8036 लड़के और 3519 लड़कियां फेल हैं। वहीं कॉमर्स में 2221 लड़के और 1034 लड़कियां तथा आर्ट्स में 9193 लड़के तथा 10,240 लड़कियां फेल हैं। इनमें से ज्यादातर अब परीक्षा परिणाम को चैलेंज करने के मूड में हैं। शुरुआत सोमवार को प्रदर्शन और हंगामे से हुई है। रांची में धुर्वा स्थित जेएन कॉलेज में बड़ी संख्या में छात्रों ने तालाबंदी की। उनकी मांग थी कि रिजल्ट दोबारा ठीक करके प्रकाशित किया जाए, क्योंकि कॉलेज ने जो मार्क्स जैक को भेजे थे, उसे रिजल्ट में शामिल नहीं किया गया है।क्या कहते हैं स्टूडेंट्स
कॉलेज के प्रिंसिपल को सभी फेल छात्रों की सूची सौंप दी गई है। उनसे कहा गया है कि जल्द से जल्द जैक से संपर्क कर त्रुटि में सुधार कराएं। अधिकतर फेल छात्रों का कहना है कि उनके मार्क्स जोड़े ही नहीं गए हैं। यह तो सरासर अन्याय है। रवि कुमरा साहनी, संयुक्त सचिव, जेएन कॉलेज छात्र संघ कैमिस्ट्री में मुझे 21 अंक दिया गया है। जबकि 11वीं में मुझे 22 अंक मिले थे। पास होने के लिए मुझे 50 में 23 अंक लाने थे। लेकिन मेरे अंक बढ़ाने के बदले घटा दिए गए। इस वजह से मैं फेल हो गया। मैं जैक को मेल कर रहा हूं। और भी कई स्टूडेंट्स इसका विरोध कर रहे हैं। नीतीश कुमार ओझा, इंटर छात्र, नगर उंटारी, गढ़वा मेरे मार्क्स अजीबो गरीब तरीके से जोड़े गए और मुझे फेल कर दिया गया। फिजक्सि में 26 मार्क्स दिये गए, जबकि 11वीं में मुझे 25 अंक मिले थे। यानी सिर्फ एक अंक बढ़ा गया। वहीं बायलोजी में 21 अंक 11वीं में भी मिले थे और 12वीं में भी 21 अंक ही मिले। इस तरह मैं फेल हो गया। जेवियर होरो, इंटर स्टूडेंट, रांचीमुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है कि आखिर मार्क्स कैसे दिए गए। इंग्लिश में मुझे 74 अंक मिले हैं। लेकिन, फिजिक्स में 19, कैमिस्ट्री में 18, बायो में 25 और कम्प्यूटर में 23 अंक लाने के कारण मैं दो विषयों में जरूरी अंक 23 नहीं प्राप्त कर सका। आखिर अंक जोड़ने का क्या पैमाना रखा गया?
मंसू राज महतो, इंटर स्टूडेंट, रांची जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में हुआ प्रदर्शन 12वीं की परीक्षा में फेल किए जाने के विरोध में सोमवार को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की सैकड़ों छात्राओं ने कॉलेज गेट के समक्ष जमकर हंगामा किया। वे पास करने की मांग कर रही थीं। छात्रों का आरोप है कि प्रैक्टिकल परीक्षा का परिणाम नहीं जोड़ने के कारण फेल कर दिया गया, जबकि वे सभी विषय में पास हैं। ऐसे में उन्होंने प्रैक्टिकल के अंक को जोड़ कर पास करने की भी मांग की है। लापरवाही का आरोपवीमेंस कॉलेज की छात्राओं का कहना है कि कॉलेज की लापरवाही के कारण सैकड़ों छात्राओं को फेल कर दिया गया है, जबकि किसी भी छात्र की परीक्षा नहीं ली गई है। ऐसे में उनका सवाल है कि कुछ को पास और कुछ को फेल किस आधार पर किया गया? ये छात्राएं कॉलेज प्रशासन से फेल किए गए सैकड़ों छात्राओं को भी पास करने की मांग कर रहीं थीं। उनका कहना था कि अगर उन्हें पास नहीं किया गया तो वे सभी कॉलेज गेट के समीप धरना पर बैठ जाएंगी।
। किसी से दुश्मनी नहीं, फार्मूला के आधार पर दिए मार्क्स जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह से सीधी बात सवाल : इंटर में फेल हुए छात्रों का आरोप है कि उनके मार्क्स ठीक से नहीं जोड़े गए, आक क्या कहेंगे? जवाब : जैक को किसी से दुश्मनी नहीं है। हमने सभी का एसेसमेंट किया है। जो मार्क्स कॉलेज से भेजे गए, उन्हें जोड़ा गया। अब अगर कोई कहता है कि मार्क्स नहीं जोड़ा गया, तो इसमें जैक क्या करे। सवाल : 11वीं में भी जितने मार्क्स आए थे, उससे भी कम मार्क्स देने का आरोप लग रहा है, ऐसे कैसे हुआ? जवाब : आरोप गलत है। 11वीं में जिसका 50 में 22 मार्क्स आया था, उसमें 10 नंबर इंटरनल एसेसमेंट का था। इसका मतलब है कि उसको एक्चुअली 40 में 12 आया। फामूर्ला पर सेट किया गया है। किसी को फेल जानबूझ कर नहीं किया गया है। आज भी मैं खुद जाकर बच्चों को समझाया। सभी कह रहे हैं कि सबको पास कर दीजिए, यह संभव नहीं। सवाल : अब फेल हुए असंतुष्ट स्टूडेंट्स के पास क्या ऑप्शन है? जवाब : ग्रिवांस सेल बना दिया गया है। 6 तारीख तक समय दिया गया है। अगर कहीं गड़बड़ी हुई होती, तो 90 परसेंट रिजल्ट नहीं हुआ होता। ये वही छात्र हैं, जो ठीक से 11वीं में पढ़कर बैठे होते, तो आज यह नौबत नहीं आती।