नोएडा और कोलकाता में सबसे ज्यादा फर्जी अकाउंट!
रांची(ब्यूरो)। देश भर में मौजूद आर्थिक आतंकवादी लोगों की गाढ़ी कमाई लूट रहे हैैं। उनके पास बैैंक के फर्जी अकाउंट का ऐसा नेटवर्क है, जो किसी को भी कंगाल बनाने के लिए काफी है। साइबर क्रिमिनल्स जो अब आर्थिक आतंकी के रूप में ढल चुके हैैं, बड़े पैमाने पर बैैंकों के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा कर रहे हैैं। इसमें नोएडा और कोलकाता के बैैंकों का साथ इन्हें मिल रहा है। क्रिमिनल्स जिन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाते हैैं, वहां से तत्काल पैसे विदड्रॉ भी हो जाते हैैं। दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट की पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ है कि नोएडा सेक्टर 63 स्थित इंडस बैैंक में किसी गोलडेन इंटरप्राइजेज का अकाउंट है, जिसका नंबर 259540982294 है। इस अकाउंट के अलावा कोलकाता स्थित वीआईपी रोड के यस बैैंक (एमएसएमई) में अकाउंट नंबर 1043632000000481 में भी पैसे ट्रांसफर कराए जाते हैैं। एक दिन में 50 लाख से लेकर एक करोड़ तक के ट्रांजैक्शन होते हैैं, लेकिन बैैंक इन पर कोई ध्यान नहीं देते। साफ है कि बिना मिली भगत के ऐसा फर्जीवाड़ा संभव ही नहीं है। जमशेदपुर गैैंग ने की थी ठगी
हाल ही में साइबर अपराध थाने की पुलिस ने पार्ट टाइम जाब के नाम पर 2.88 लाख की ठगी के मामले में तीन आर्थिक आतंकियों को जमशेदपुर से दबोचा है। गिरफ्तार आरोपितों में शेखर कुमार, बंटी मुखी व सुब्रतो विश्वास शामिल हैं। इन आरोपितों के पास से 10 मोबाइल, 10 सिमकार्ड, 40 डेबिट कार्ड, 33 चेकबुक, चार पासबुक, 12 स्टांप, 97 एलमांटिस एलुमिना फर्म का विजिङ्क्षटग कार्ड, 94 यूनिक इंडस्ट्रियल सप्लायर से संबंधित विजिङ्क्षटग कार्ड, ठगी से संबंधित वाट््सएप चैट, फर्जी रेंटल एग्रीमेंट व फर्म के लेटर हेड, पीओएस मशीन, क्यूआर कोड स्कैनर तथा वाई-फाई राउटर बरामद हुए हैं।ऐसे की गई ठगी
ठगी के इस मामले में साइबर अपराध थाने में 15 मार्च 2024 को एफआईआर हुई थी। एक पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि टेलीग्राम के माध्यम से उनसे संपर्क किया गया था। अपराधियों ने उन्हें गूगल मैप का ङ्क्षलक भेजकर होटल के रेङ्क्षटग का फाइव स्टार करने से संबंधित स्क्रीन शाट भेजकर पार्ट टाइम जाब का आफर दिया गया। इसके बाद उन्हें टेलीग्राम प्रोफाइल पर रजिस्टर कर वीडियो लाइक करने का काम दिया गया। उक्त टेलीग्राम प्रोफाइल के माध्यम से दिए गए टास्क को करने के लिए इन्हें विभिन्न बैंक खातों में पैसा डालने को बोला गया। शुरू में झांसे में लेने के लिए इनके खाते में कुछ पैसे डाले गए, लेकिन बाद में पैसे डालना बंद कर दिया गया। इस तरह से इनके साथ कुल 2.88 लाख रुपए की साइबर ठगी कर ली गई। फर्जी कंपनियों के नाम पर खाते साइबर अपराध थाने की पुलिस ने जब पूरे मामले की छानबीन की तो पता चला कि पीडि़ता से अलग-अलग कंपनी/फर्म के नाम पर बने बैंक खाताओं में यूपीआइ के माध्यम से पैसे डालने को कहा गया था। जांच में जानकारी मिली कि फर्जी कंपनी के नाम पर पंजीकृत खाते दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कोलकाता, ओडिशा स्थित बैंक के थे, जिनमें करोड़ों रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ था। जांच में इन बैंक खाताओं में हुए ट्रांजेक्शन के आइपी के सर्वर अमेजन एडब्ल्यूएस, गूगल क्लाउड, हांगकांग व चीन में मिले। कई राज्यों में दर्ज हैं शिकायतें
पुलिस के अनुसार फर्जी कंपनी के नाम पर खुले खातों में करोड़ों के ट्रांजेक्शन हुए हैं। उपरोक्त कांड में शामिल इंडसइंड बैंक के खाता 201026522141 में सिर्फ एक दिन में एक करोड़ 84 लाख 30 हजार 297 रुपये क्रेडिट हुए हैं। भारत सरकार के नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार उपरोक्त खाता के विरुद्ध महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा आदि में कुल 100 शिकायतें दर्ज हैं। इनके पास से बरामद अन्य फर्जी फर्म, यूनिक इंडस्ट्रियल सप्लायर नामक फर्जी फर्म के एसबीआइ खाता नंबर 429698405375 में महाराष्ट्र, हरियाणा, तेलंगाना, दिल्ली, केरल, कर्नाटक व राजस्थान में कुल 32 शिकायतें, पीएनबी खाता नंबर 0495102100000749 में तेलंगाना, सिक्किम, गुजरात, छत्तीसगढ़, पंजाब, महाराष्ट्र व केरल में कुल 36 शिकायतें, सुब्रतो इंटरप्राइजेज से ङ्क्षलक एसबीआइ खाता 42830281982 में दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटक व गुजरात में कुल 13 शिकायतें, अलमांटिस एलुमिना से ङ्क्षलक्ड एसबीआइ खाता 42576250656 में महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना व कर्नाटक में कुल 11 शिकायतें, दशमत इंटरप्राइजेज से ङ्क्षलक्ड एसबीआइ खाता 42831136853 में हरियाणा राज्य से एक शिकायत, लोहार इंटरप्राइेजज से ङ्क्षलक्ड पीएनबी खाता 5000012159 में मध्य प्रदेश राज्य से एक शिकायत व कंफोर्ट क्रिएशन एंड फेब्रिक फेंटेसिस से ङ्क्षलक्ड डीबीएस बैंक खाता 887210000001977 में कुल पांच शिकायतें महाराष्ट्र, दिल्ली व हरियाणा में दर्ज हैं।