रिम्स की रिपोर्ट का भरोसा मत करना
-सेंट्रल लैब के कलेक्शन सेंटर में सैंपल रखने की नहीं है जगह
-एक माह पहले ही मेडाल के सेंटर में किया गया था शिफ्ट लैब RANCHI: इसी महीने रिम्स के मेडाल सेंटर में शिफ्ट हुए सेंट्रल लैब में आज भी अव्यवस्थाओं का आलम है। यहां भी टेस्ट के लिए मरीजों से लिया गया ब्लड सैंपल यूं ही जमीन पर फेंका पड़ा हुआ है। कागज में झूल रही ब्लड सैंपल वाली शीशी कभी भी अलग हो सकती है। इसके बाद टेस्ट भी प्रभावित हो सकती है। इसका असर मरीज के इलाज पर पड़ना तय है। रिपोर्ट गलत आने का खतरालैब में जिस तरह से सैंपल को यहां वहां रखा जा रहा है इससे तो सैंपल के मिल जाने का खतरा बना हुआ है। वहीं सैंपल अगर बदल जाता है तो मरीज की रिपोर्ट भी गलत हो सकती है। एक बार रिपोर्ट गलत आ गई तो उसका ट्रीटमेंट भी उसी आधार पर कर दिया जाएगा। जो पेशेंट की बीमारी को बढ़ाने के लिए काफी होगा। साथ ही गलत दवा से उसे साइड इफेक्ट भी हो सकता है।
पर्याप्त नहीं हैं दो छोटे कमरेलैब नई जगह शिफ्ट होने के बाद कई दिनों तक काम प्रभावित हुआ था। ब्लड टेस्ट बंद कर दिया गया था। लैब के दोबारा चालू किए जाने के बाद टेस्ट तो शुरू हुआ, लेकिन जगह की कमी होने के कारण टेक्नीशियन को भी काम करने में परेशानी हो रही है। दो छोटे कमरों में ही सैंपल रखने, टेस्ट करने और फ्रीज करने की व्यवस्था की गई है। ऐसे में वहां मरीजों की भीड़ जमा हो जाती है।
डायरेक्टर डॉ शमीम हैदर से सीधी बात सवाल : लैब में सैंपल रखने की क्या व्यवस्था है? जवाब : लैब तैयार नहीं था, फिर भी सरकार के आदेश पर तत्काल में लैब को शिफ्ट किया गया। सवाल : सैंपल को जमीन पर जैसे-तैसे रखा जा रहा है ऐसे में रिपोर्ट गलत होने का खतरा है? जवाब : व्यवस्था को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही इसका समाधान कर लिया जाएगा।