RANCHI : प्रज्ञा केंद्रों से फर्जी प्रमाण पत्रों का निर्गत होना या फर्जी प्रमाण पत्र के माध्यम से दूसरे प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के मामले में जिला प्रशासन ने एक और अहम फैसला लिया है। पिछले दो माह में निर्गत 50 हजार के करीब प्रमाण पत्रों की फिर से जांच की जाएगी। आय, आवासीय, जाति, जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्रों की जांच होगी। प्रशासन को संदेह है कि एक साथ लंबित प्रमाण पत्रों को निर्गत करने पर कुछ स्तरों पर चूक हुई है। आनन-फानन में कई प्रमाण पत्रों की जांच नहीं हो पाई है। कई प्रमाण पत्र फर्जी हो सकते हैं।

रद होंगे फर्जी सर्टिफिकेट

प्रमाण पत्र बन जाने की स्थिति में भी फर्जी पाए जाने पर सभी प्रमाण पत्रों को रद किया जाएगा। साथ ही जो दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई भी की जाएगी। उन पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।

तीन माह पहले 60 हजार थे आवेदन

तीन माह पहले 60 हजार आवेदन थे। आवेदकों का प्रमाण पत्र नहीं बनने से लोगों को परेशानी हो रही थी। इस पर उपायुक्त ने आदेश जारी करते हुए 24 घंटे में प्रमाण पत्र संबंधित कार्य करने का निर्देश दिया था। तीन शिफ्टों कर्मियों को लगाया गया। तब जाकर इनकी संख्या दस हजार के करीब पहुंची। आवेदनों की संख्या अधिक होने पर फर्जी प्रमाण पत्र निर्गत होने की संभावना बढ़ गई है।

Posted By: Inextlive