damaged road in ranchi: हर दिन राजधानी रांची के लोग सड़क पर खा रहे हैं हिचकोले
रांची(ब्यूरो)। राजधानी की सड़कों पर लोग हर दिन हिचकोले खा रहे हैं। हर दिन किसी न किसी को जख्म मिल रहा है। लेकिन जिम्मेदार बेपरवाह हैं। कहीं पाइपलाइन बिछाने के दौरान बने गड्ढे में गिट्टी और डस्ट डालकर छोड़ दिया गया है, तो कहीं हल्की मरम्मत नहीं होने के कारण सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं। इस कारण आवागमन काफ मुश्किल हो गया है। एक तरफ राजधानी के लोग ट्रैफि क जाम से परेशान हैं, तो दूसरी तरफ गड्ढे भी घाव दे रहे हैं। इसलिए इनकी तत्काल मरम्मत की जरूरत है।लालपुर से कचहरी चौक
छह माह पहले जुडको द्वारा सर्कुलर रोड पर सप्लाई पाइपलाइन बिछाई गई। इसके बाद सड़क री-स्टोर करने के नाम पर सिर्फ गड्ढों में डस्ट व गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया। हल्की सी बारिश से ही पूरी सड़क पर डस्ट और गिट्टी बैठ गई है। नतीजन इस सड़क पर जगह-जगह छोटे-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों के कारण वाहन में लोग हिचकोले खाते हुए सफ र करने को विवश हैं। कोकर चौक
रिवर्सा अपार्टमेंट के समीप सड़क पर बड़ा-सा गड्ढा हो गया है। बीच सड़क पर हुए इस गड्ढे के कारण हर दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है। रात में जब वाहन पूरी रफ्तार में गुजरते हैं, तो अचानक इस गड्ढे से बचने के लिए कई वाहन चालक अपना संतुलन खो देते हैं। लालपुर सब्जी बाजारडिस्टिलरी पुल से लालपुर चौक के बीच सड़क में डस्ट डाल दिया गया है। यह सड़क भी छह महीने से हादसों को न्योता दे रही है। हर रोज राहगीर इस गड्ढे से बचने की कोशिश करते हैं, जिसमें कोई सफल होता है, तो कोई असफ ल।रांची रेलवे स्टेशन रोडप्रतिदिन हजारों यात्री रांची रेलवे स्टेशन आते हैं। लेकिन ओवरब्रिज से रेलवे स्टेशन आने के दौरान सड़क पर कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। बारिश के दिनों में जब इन गड्ढों में पानी भर जाता है, तो लोगों को पता ही नहीं चलता कि यहां गड्ढे हैं या सड़क। काफी संख्या में लोग इस सड़क का इस्तेमाल करते हैं। अरगोड़ा चौक-पुंदाग सड़कअरगोड़ा चौक से आइएसएम पुंदाग जानेवाली सड़क का भी हाल बेहाल है। यहां रास्ते पर बने पुल के समीप भी सड़क पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। एक कतार से कई गड्ढे हो जाने के कारण राहगीरों को आवागमन करने में काफ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग हिचकोले खाने को विवश हैं। रिम्स की सड़क भी बेहाल
रिम्स जाने के लिए दुर्गा मंदिर से रिम्स तक जाने में ही लोग डरने लगते हैं। इस सड़क से नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी सहित कई लोग प्रतिदिन गुजरते हैं। लेकिन किसी ने इस परेशानी से स्थायी निजात का प्रयास भी नहीं किया। वहीं, रिम्स पहुंचने वाले मरीजों को भी इस बदहाल सड़क से होकर अस्पताल पहुंचना पड़ता है। इस रास्ते से होकर एंबुलेंस भी गुजरती है, जिसमें मौजूद मरीजों को गड्ढों के कारण काफी परेशानी होती है। दर्द से कराह रहे मरीज की स्थिति और कष्टकारी हो जाती है। बताते चलें कि इस सड़क से प्रतिदिन करीब 12 से 15 मरीज रिम्स पहुंचते हैं, जिसमें चार से पांच की स्थिति गंभीर रहती है। इसके अलावा रिम्स मेडिकल चौक से ट्रॉमा सेंटर और सेंट्रल इमरजेंसी आनेवाली सड़क पर भी आधा दर्जन से ज्यादा गड्ढे हैं। बरसात में हालत और खराब
बरसात आने के बाद से सड़कें तेजी से खराब हो रही हैं। सड़कों पर गड्ढे बड़े होते जा रहे हैं। इस कारण दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं। इतना ही नहीं, बारिश के बाद जल जमाव भी हो रहा है। लेकिन, सड़कों की दशा सुधारने पर काम नहीं हो रहा है। यह स्थिति उन सड़कों की है, जिसे पाइपलाइन बिछाने के नाम पर बर्बाद नहीं किया गया है। इन सड़कों को किसी दूसरी एजेंसी ने खराब नहीं किया है, बल्कि सड़कें मेनटेनेंस के अभाव में खराब हो गई हैं। जब सड़कों पर गड्ढे छोटे थे, तो उन्हें दुरुस्त नहीं किया गया। सारी सड़कें पथ निर्माण विभाग के अधीन हैं। मुख्यालय के स्तर पर सड़कों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है, फि र भी स्थिति नहीं सुधर रही है।