स्नेचर्स को मत दीजिए सेफ पैसेज
रांची (ब्यूरो)। शुक्रवार की सुबह 6 बजे कोकर में एक महिला स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी। सदर थाना क्षेत्र के दुअम्बा खोरहा टोली में प्रिय स्टोर के पास दो अपराधी बाइक से आए और महिला के गले से सोने की चेन छीनकर भाग गए। महिला स्तब्ध थी। अपराधी फरार हैैं। ऐसी वारदात रांची में आम हो गई है। हर दिन कहीं न कहीं, किसी महिला को लूटा जा रहा है। पैटर्न सेम है। काली बाइक, दो लड़के और इलाका सुनसान। पिछले 12 दिनों में सिटी में करीब 8 वारदात चेन स्नेचिंग की हो चुकी है। चोर-उचक्के तो पकड़े जा रहे हैैं, लेकिन बाइक सवार स्नेचर्स को हमेशा सेफ पैसेज मिल रहा है। पुलिस को दे रहे चुनौती
सिटी में एक बार फिर से छिनतई के मामले बढ़ गए है। महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग के वारदात अंजाम दिए जा रहे है। आलम यह है कि अपराधियों ने जुलाई की 'क्लोजिंगÓ बड़े 'शानदारÓ ढंग से की। करीब 7 दिनों में 6 घटनाओं को अंजाम दिया और पुलिस जांच करती रह गई। अपराधियों ने जेपीएससी की संयुक्त सचिव व सेवानिवृत्त मेकन कर्मी की पत्नी सहित चार महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया है। रांची में 24 जुलाई को दो, 26 जुलाई को दो और 30 जुलाई को एक चेन स्नैचिंग की घटनाएं हुई हैं। पुलिस को अभी तक इन घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज ही हाथ लगे हैं। अपराधियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है। पुलिस का कहना है फुटेज के आधार पर छानबीन चल रही है। कहीं सुबह तो कहीं दोपहर कांड
बीते 24 जुलाई को दोपहर डेढ़ बजे दिनदहाड़े साउथ ऑफिस पाड़ा स्थित रामेश्वरम अपार्टमेंट की रहने वाली रीना मेहता से स्नेचरों ने चेन छिन लिए। रीना जेवियर्स स्कूल डोरंडा से अपने घर जा रही थी। जैसे ही वे अपार्टमेंट के समीप पहुंची बाइक सवार अपराधी उनके गले से चेन छिनतई कर फरार हो गए। उनकी चेन की कीमत करीब 70 हजार रुपए थी। इस मामले में डोरंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं बीते हफ्ते 23 जुलाई को जेपीएससी की संयुक्त सचिव नीरज कुमारी से ओल्ड अरगोड़ा रोड में शाम को चेन की छिनतई कर ली गई। वह पुंदाग ग्रीन सिटी में रहती हैैं। वहां से वह अरगोड़ा बाजार जा रही थीं। इसी दौरान 23 जुलाई की शाम 7.20 बजे बाइक सवार दो अपराधियों ने उनके गले से चेन झपट लिया और पुंदाग की ओर भाग गए। उन्होंने अरगोड़ा थाने में छिनतई की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। चेन की कीमत 60 हजार रुपए है। पुलिस मुख्यालय के पास भी छिनतई 26 जुलाई को ही एक और स्नेचिंग की घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस मुख्यालय से महज 200 मीटर की दूरी पर एक महिला से चेन छिनतई हुई है। इस घटना को भी बाइक सवार अपराधियों ने ही अंजाम दिया है। ऐसे में आम लोग पूछ रहे हैैं कि मुख्यालय से महज दो सौ मीटर की दूरी पर चेन छिनतई हो जा रहा है, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है, ऐसा क्यों? ऐसे हालात किसी एक गली या मोहल्ले में नहीं हैं, बल्कि राजधानी के हर इलाके से ऐसी खबरें आ रही हैं। अपराधियों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि सिर्फ सुनसान रास्ते में ही नहीं, बल्कि भीड़भाड़ वाली जगह पर भी घटना को अंजाम देने से पीछे नहीं हट रहे हैं, और पुलिस सिर्फ एफआईआर ही दर्ज कर पा रही है। कैमरा और पीसीआर भी फेल
शहर में 600 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, इसके बावजूद अपराधी पुलिस को चकमा देने में सफल हो रहे हैं। कैमरे में विजुअल कैद होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली रह जा रहे हैं। हालांकि सिर्फ प्रमुख सड़कों पर ही कैमरे लगाए गए हैं। गलियों और मोहल्लों में कैमरा नहीं है। आम नागरिकों ने खुद की सेफ्टी के लिए कुछ स्थानों पर कैमरा लगवाया है, लेकिन उनकी फुटेज क्वालिटी बेहद खराब होने के कारण तस्वीर धुंधली रह जाती है। वहीं आम लोगों की सुरक्षा के लिए सिटी में 30 पीसीआर लगाई गई हैं, जिनमें से 8 तो बेकार ही पड़े हुए हैं, जिन्हें पुलिस लाइन में रखा गया है। जो पीसीआर मूवेबल कंडिशन में है उनसे भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है।