इधर केंद्रीय गृहमंत्री कर रहे थे बैठक, उधर पुलिस पर नक्सलियों का हमला
RANCHI : राज्य में नक्सलियों को उखाड़ फेंकने के लिए जहां एक ओर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह रांची में आला अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर पश्चिमी सिंहभूम के सरजोमबुरू जंगल में पुलिस पार्टी पर नक्सलियों ने हमला कर दिया। इस इलाके में पहली बार झारखंड पुलिस, जगुआर और कोबरा के 500 से ज्यादा जवान नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। अभियान से लौट रही पुलिस पार्टी पर शुक्रवार की सुबह नक्सलियों ने अचानक फाय¨रग कर दी। हालांकि, इस मुठभेड़ में पुलिस को कोई क्षति नहीं हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार जवानों ने तुरंत पोजीशन लेते हुए नक्सलियों पर जवाबी फाय¨रग की। करीब आधा घंटा तक दोनों ओर से रुक-रुक कर फाय¨रग होती रही। पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली बैकफुट पर आ गए और सुरक्षित ठिकाने की तलाश में जंगल की ओर भाग निकले।
हमला करने वालों को नहीं छोड़ेंगे
रांची में बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सलवाद का खात्मा खून-खराबे से नहीं, बल्कि विकास से करेंगे। अगर विकास के रास्ते में कोई बाधक बनेगा और हमपर हमला करेगा तो उसे छोड़ेंगे भी नहीं। राजनाथ झारखंड के नक्सल प्रभावित 16 जिलों के एसपी-डीसी के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे।
राजनाथ ने सरकार को सराहागृह मंत्री ने झारखंड सरकार की खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार बेहतर संकल्प के साथ काम कर रही है, जो गौरव की बात है। नक्सलियों द्वारा उगाही के विरुद्ध कार्रवाई का मामला हो या केंद्रीय तथा राज्य सुरक्षा बलों के बीच समन्वय का, हर स्तर पर संतोषजनक परिणाम मिल रहा है। इसमें झारखंड पूरे देश में सबसे आगे है।
राजनाथ ने क्या-क्या कहा - नक्सली पहले हथियार छोड़ें इसके बाद ही उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा -सूचना तंत्र के मामले में राज्य एडवांस तकनीक का इस्तेमाल करें। -पीएलएफआइ परदबिश जारी है, शीघ्र सफलता मिलेगी। - नक्सल समस्या समाप्त करने में झारखंड सबसे पहला राज्य होगा।