10 रुपए प्रति फीट बढ़ गया बोरिंग का खर्च. सभी बोरवेल सर्विस वालों ने बढ़ा दिया रेट. पहले 100 रुपए पर फीट बोरिंग होती थी अब लगेंगे 110 रुपए. एक बोरिंग पर पांच से सात हजार रुपए अधिक खर्च करने पड़ेंगे.


रांची(ब्यूरो)। शहर में पानी के लिए बोरिंग कराना अब महंगा हो जाएगा। बोरिंग की दर में 10 रुपए प्रति फ ट वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। यह नियम इसी महीने से लागू हो जाएगा। वर्तमान में शहर में बोरिंग कराने का चार्ज 100 रुपए प्रति फ ट था, अब 110 रुपए प्रति फ ट लिया जाएगा। नई दर लागू होने से एक बोरिंग कराने वालों को पांच से सात हजार रुपये अधिक खर्च करने पड़ेंगे। बता दें कि घर बनाने वाले लोगों को सबसे पहले बोरिंग ही करानी पड़ती है। गर्मी में बढ़ जाती है परेशानी
रांची के विभिन्न इलाकों में लोगों को पानी की किल्लत गर्मी में शुरू हो जाती है। पानी न मिलने से इलाके में हजारों की आबादी परेशान रहती है। गर्मी में शहर के कई इलाकों में 90 परसेंट घरों की बोरिंग सूख जाती है। वहीं, सड़क चौड़ीकरण में पाइपलाइन उखाड़े जाने के कारण सप्लाई पानी भी नहीं पहुंच रहा है।खरीदकर पीते हैं पानी


शहर में जिन इलाकों में गर्मी में पानी सूख जाता है, वहां लोग पानी खरीद कर पीते हैं। वहीं कुछ दूर-दराज के इलाकों से पानी लाने को मजबूर होते हैं। लोगों का कहना है कि नगर निगम और पेयजल विभाग में कई बार शिकायत की गई लेकिन हर साल यह परेशानी बरकरार रहती है। नगर निगम के पानी का टैंकर बुक करने के बाद भी पानी टैंकर नहीं पहुंच पाता है। 700 फीट तक हो रही बोरिंगशहर के कई इलाकों में 700 फीट तक पानी मिलता है। स्थिति यह हो गई है कि न्यू नगर के अपार्टमेंट में लोग 700 से 800 फीट तक बोरिंग करा रहे हैं। बोरिंग के कारण इलाके के बीच स्थित तालाब की भी स्थिति दयनीय हो गई है। तालाब में नाममात्र ही पानी बचा है, जो गंदा हो चुका है। शहर में और भी कई अपार्टमेंट बन रहे हैं, जहां बोरिंग की जा रही है।अवैध बोरिंग भी हो रहीरांची में इन दिनों जगह-जगह अवैध रूप से संचालित डीप बोरिंग मशीन धड़ल्ले से चलाई जा रही है, जो राजधानी के लिए मुसीबत की जड़ बन गई है। नगर निगम ने अपने द्वारा कराई गई बोरिंग पर खुद एक्शन लेने की बात कही है, मगर रांची के कई हिस्सों में बोरिंग मशीन के जरिए जमीन का सीना चीर कर दूसरे घरों की बोरिंग को सुखाने का काम किया जा रहा है।हर तरफ डीप बोरिंग

रांची नगर निगम इन दिनों निगम खुद अपनी मशीनों द्वारा सड़क पर कराई गई बोरिंग को लेकर काफी सुर्खियों में है। निगम की तरफ से बोरिंग मशीन की जब्ती और जुर्माने की बात तो कही जा रही है, मगर शहर में धड़ल्ले से डीप बोरिंग मशीन जमीन का सीना चीर पानी निकालने में लगी है। वहीं, जबकि रांची नगर निगम का कहना है कि जबतक शहर को हंड्रेड परसेंट वाटर सप्लाई नहीं मिल जाता, बोरिंग पर पाबंदी नहीं लगाई जा सकती है। हर इलाके में कंप्लेन नगर निगम के पास लोगों ने कई बार शिकायत की है, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। शहर के अधिकतर पॉश इलाकों जिसमें अशोकनगर, हरमू रोड, कडरू, कांके रोड, मोरहाबादी, रातू रोड, पिस्का मोड़, टैगोर हिल रोड शामिल हैं। ये सभी इलाके ड्राई जोन में बदलते जा रहे हैं। आदेश के बावजूद अभी तक रेन वाटर हार्वेस्टिंग 40 परसेंट तक भी नहीं हो पाई है।पाताल पहुंचा वाटर लेवल
एक बोरिंग होने से आसपास के 10 घरों के पानी का लेयर नीचे चला जाता है। इधर, नगर निगम के पानी का कनेक्शन भी सबके पास उपलब्ध नहीं है। जिससे लोगों को खासा परेशानी हो रही है। अब गर्मी आने वाली है अभी से ही शहर में पानी को लेकर लोग चिंतित होने लगे हैं। शहर के पैसे वाले लोग तो किसी तरह दूसरी बोरिंग कर पानी का इंतजाम कर लेते हैं, लेकिन जिन्हें पानी की कोई सुविधा नहीं है वे काफी परेशान हो जाते हैं।

Posted By: Inextlive