सिटी में हत्या लूट डकैती के बढ़ते मामलों को लेकर पुलिस गंभीर. एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को आम्र्स लाइसेंस की जांच के दिए निर्देश.


रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची के विभिन्न थानों में इस साल जुलाई तक आम्र्स एक्ट के 269 मामले दर्ज हुए हैं। अब इन हथियार रखने वालों के लाइसेंस की जांच होगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एसएसपी किशोर कौशल ने सभी थाना प्रभारियों को दिशा-निर्देश जारी करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। दरअसल, रांची में बढ़ते आपराधिक मामलों को लेकर पुलिस के कान खड़े हुए हैं। आए दिन मर्डर, लूट, छिनतई में आम्र्स का इस्तेमाल हो रहा है। स्पष्ट है कि सिटी में अवैध हथियारों का इस्तेमाल बढ़ गया है। ऐसे में पुलिस ने वैध-अवैध हथियारों की जांच करने का निर्णय लिया है, ताकि हथियारों के दुरुपयोग को रोका जा सके।फर्जी लाइसेंस पर खरीदारी
फर्जी लाइसेंस से हथियारों की खरीद-बिक्री जारी है। बीते दिनों सीपीआई नेता व जमीन कारोबारी सुभाष मुंडा हत्याकांड के बाद फर्जी लाइसेंस पर अवैध हथियार रखने का मामला उजागर हुआ है। जानकारी के मुताबिक दूसरे राज्य से लाइसेंस बनवाकर अवैध हथियार खरीदे जा रहे हैं। इन्हीं हथियारों से फिर सीरियस क्राइम को अंजाम दिया जा रहा है। दूसरे राज्यों में बने आम्र्स लाइसेंस के जरिए राजधानी रांची में हथियार खरीदे जा रहे हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि देश के अन्य राज्यों से बनवाए जा रहे ज्यादातर लाइसेंस फर्जी हैं। ऐसे लाइसेंस पर भू-माफिया, जमीन दलाल और कुछ कारोबारियों ने हथियार की खरीदारी की है। इसका खुलासा होते ही रांची के एसएसपी किशोर कौशल ने रांची के सभी 42 थानेदारों को ऐसे आम्र्स लाइसेंस का सत्यापन करने का आदेश दे दिया है। मोडिफाइड आम्र्स होंगे जब्त


हथियार रखने वाले लोगों के लाइसेंस की जांच की जाएगी। यदि लाइसेंस फर्जी पाए गए तो कार्रवाई भी की जाएगी। एसएसपी ऑफिस से जारी आदेश के बाद थानेदार भी एक्टिव हो गए हैं। सिर्फ लाइसेंस ही नहीं, बल्कि मोडिफाई हथियार की भी जांच की जाएगी। यदि हथियार मोडिफाई किए हुए पाए जाते हैं तो उन्हें जब्त करके कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार ऐसे भी कई मामले देखे गए हैं, जिसमें हथियार खरीदने वालों ने उसमें नियम विरुद्ध कई बदलाव भी किए हैं। कई लोग हथियारों को मोडिफाई कर उसे और खतरनाक रूप दे रहे हैं। खासकर कारोबारी और जमीन दलालों द्वारा ऐसा करने की शिकायत ज्यादा है। जानकार बताते हैं कि जब राइफल जैसे हथियार को मोडिफाई कर दिया जाता है तो वह और भी खतरनाक दिखने लगता है। जमीन माफिया इसी का भय दिखा कर लोगों को डराते-धमकाते हैं। पुलिस ऐसे लोगों की भी तलाशी कर रही है। कुछ प्रमुख थानों में दर्ज मामले लालपुर 27 हिंदपीढ़ी 20जगन्नाथपुर 15एयरपोर्ट 18डोरंडा 10 धुर्वा 10मांडर 16चान्हो 13रातू 12चुटिया 05कोतवाली 04सुखदेवनगर 02पंडरा ओपी 05गोंदा 04बरियातू 02अरगोड़ा 07

हथियार रखने वाले सभी लोगों का वेरिफिकेशन किया जाएगा। फर्जी पाए जाने पर आम्र्स एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। हथियार मोडिफाइड किया हुआ मिलने पर भी कार्रवाई होगी। -किशोर कौशल, एसएसपी, रांची

Posted By: Inextlive