हेल्थ डिपार्टमेंट ने टोल फ्री नंबर 104 /14555 जारी किया कीजिए कंप्लेन. चार महीने में 3000 लोगों ने दर्ज कराई शिकायत. दिसंबर में शिकायतों के शत प्रतिशत निवारण के लिए झारखंड को प्रशस्ति पत्र.


रांची(ब्यूरो)। आयुष्मान योजना से जुड़े कार्ड धारियों को स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी राहत दी है। योजना के तहत इलाज में परेशानी होने पर टोल फ्री नंबर 104/14555 झारखंड के लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बता दें कि पिछले चार महीनों में 3000 से अधिक लोगों ने इस नंबर पर आयुष्मान से जुड़ी शिकायतें दर्ज कराई हैं। इनमें अधिकतर शिकायतें प्राइवेट अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड योजना के तहत इलाज नहीं होने से जुड़ी हुई हैं, जिस पर झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी काम कर रही है। वहीं, दिसंबर में शिकायतों का शत प्रतिशत पूर्ण समाधान करने के लिए झारखंड आरोग्य सोसायटी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया है। शत प्रतिशत शिकायतों का निष्पादन
बता दें कि दिसंबर 2021 में शिकायतों के 100 प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण निवारण के लिए झारखंड को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया है। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ विपुल अग्रवाल ने झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी के कार्यकारी निदेशक डॉ भुवनेश प्रताप सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर बधाई दी है। झारखंड की टीम की प्रशंसा करते हुए बेंचमार्क स्थापित करने की ओर बढ़ते प्रयास की सराहना की है। कार्यकारी निदेशक डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने अपर कार्यकारी निदेशक, जसास के साथ आयुष्मान भारत झारखंड की पूरी टीम को बधाई दी है।प्राइवेट अस्पतालों में टीम डॉ भुवनेश प्रताप सिंह बताते हैं कि झारखंड में भारत सरकार की संस्था नेशनल एंटी फ्रॉड यूनिट की टीम महीने में 10 दिन रहती है। यहां अस्पतालों में औचक निरीक्षण करती है। हम लोग हर महीने भारत सरकार को पत्र लिखकर इस टीम को झारखंड में औचक निरीक्षण के लिए बुलाते हैं। टीम औचक निरीक्षण करती है और इंपैनल्ड अस्पतालों में जाकर वहां का जायजा लेती है। इससे मरीज और अस्पताल दोनों को आयुष्मान कार्ड योजना से जुड़कर इलाज करने में मदद मिलती है10 लाख लोगों को लाभआयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना से राज्य के 57 लाख परिवारों को जोड़ा गया है। राज्य में कुल 825 अस्पताल योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध हैं, जिसमें 220 राज्य सरकार के अस्पताल हैं, 55 भारत सरकार के अस्पताल हैं और 550 निजी अस्पताल शामिल हैं। झारखंड में अब तक इस योजना के अंतर्गत करीब एक हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। वहीं लगभग 10 लाख लोगों को इसका लाभ मिला है।योजना का प्रचार प्रसार जरूरी


झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी के कार्यकारी निदेशक डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि आयुष्मान योजना से जुड़े हुए लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिले, इसके लिए प्रचार प्रसार करना अधिक जरूरी है। इसके लिए स्टेट आरोग्य सोसाइटी द्वारा राज्य भर के सभी प्रखंडों को 50 हजार रुपए उपलब्ध कराया गया है। वहीं, डेढ़ करोड़ रुपए राज्य भर में सभी जिलों को भेजा गया है। इसका एक ही मकसद है कि अधिक से अधिक लोगों को योजना के बारे में जानकारी मिले और वो इसका लाभ उठा सकें।5 लाख तक का फ्री इलाज

आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत गरीब मरीजों को इलाज के लिए 5 लाख रुपये तक सरकारी मदद दी जाती है। इस योजना से कई निजी अस्पतालों को भी जोड़ा गया है। आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत वर्ष 2018 में झारखंड की राजधानी रांची की धरती से ही हुई थी। लेकिन वर्ष 2021 में इस योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना कर दिया गया। इसका लाभ राज्य द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर गरीब, ग्रामीण और शहरी परिवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना के रूप में दिया जाता है।

आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले, इसके लिए हम लोग पूरी तैयारी कर रहे हैं। 104 नंबर को इस योजना से जुड़ी हुई जानकारी के लिए उपलब्ध कर दिया गया है। इस योजना के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिले, इसके लिए प्रखंड स्तर पर प्रचार प्रसार करने की जरूरत है। इसके लिए राज्य भर में हर जिलों को करीब डेढ़ करोड़ रुपए भी उपलब्ध कराया गया है।-डॉ भुवनेश प्रताप सिंह, कार्यकारी निदेशक, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना, झारखंड

Posted By: Inextlive