स्टेट के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज रिम्स में हुआ कोरोना ब्लास्ट. आज से शुरू हो रहे ऑफलाइन एग्जाम को लेकर असमंजस में स्टूडेंट्स. 180 स्टूडेंट्स को देना पड़ेगा एक साथ एग्जाम.


रांची(ब्यूरो)। राज्य के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज रिम्स में एमबीबीएस के 40 से भी ज्यादा स्टूडेंट्स कोरोना की चपेट में आ गए हैैं। दूसरी ओर, 180 स्टूडेंट्स को सोमवार से ऑफलाइन एग्जाम में शामिल होने का फरमान रिम्स प्रबंधन ने जारी कर दिया है। इससे स्टूडेंट्स में हड़कंप मच गया है। सभी इस बात को लेकर सशंकित हैैं कि इन्फेक्टेड स्टूडेंट्स के साथ बैठकर एग्जाम देने से कहीं बचे हुए स्टूडेंट्स भी कोरोना संक्रमण की चपेट में न आ जाएं। इसे लेकर स्टूडेंट्स ने रिम्स के डीन (एकेडमिक्स) डॉ सतीश चंद्रा को पत्र भेजा है और मांग की है कि एग्जाम को फिलहाल टाल दिया जाए। हालांकि, प्रबंधन ने इस बारे में कोई फैसला नहीं किया है। मौजूदा स्थिति यह है कि 03, 04 और 05 जनवरी को रिम्स में ऑफलाइन एग्जाम होगा और सभी स्टूडेंट्स को इसमें शामिल होना होगा वर्ना उन्हें प्रमोट नहीं किया जाएगा।
तीन दिनों में आधे बीमार


रिम्स के तीन होस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा संक्रमित हुए हैैं। होस्टल नंबर 4 (लावापानी) के 16 स्टूडेंट्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं होस्टल नंबर 1, 7 और 8 (गल्र्स होस्टल) के भी करीब 20 स्टूडेंट्स कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैैं। होस्टल के सभी कमरे बंद हैैं और डर का आलम यह है कि जिन स्टूडेंट्स की रिपोर्ट आनी बाकी है, उनके कमरे के आसपास कोई फटक भी नहीं रहा है। पिछले तीन दिनों के भीतर ही रिम्स में 90 स्टूडेंट्स बीमार पड़े हैैं। इन सभी ने अपना कोविड टेस्ट कराया है। 40 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि रविवार को जिन 50 स्टूडेंट्स ने सैैंपल दिया है, उनकी रिपोर्ट सोमवार को आएगी। 30 को भी हुआ था एग्जाम एमबीबीएस के स्टूडेंट्स का थर्ड टर्म एग्जाम 30 दिसंबर को शुरू हुआ था। 30 को सभी फिजियोलॉजी का एग्जाम हुआ था। अब सोमवार को बायोकेमिस्ट्री, मंगलवार को एनाटॉमी (वायवा) और बुधवार को एनाटोमी का पेपर होना है। करीब 180 स्टूडेंट्स को एग्जाम में शामिल होना है, जिसके लिए बायोकेमिस्ट्री लेक्चर हॉल में 90, बायोकेमिस्ट्री प्रैक्टिकल हॉल में 30, फिजियो प्रैक्टिकल हॉल में 30 और ऑडियो वीजुअल हॉल में 30 स्टूडेंट्स के बैठने की क्षमता है। टीचर भी नहीं रहते संपर्क में

स्टूडेंट्स का कहना है कि पूरे परिसर में भय का माहौल ऐसा है कि एग्जाम के वक्त खुद टीचर्स भी संपर्क में नहीं आते। 30 दिसंबर को जो एग्जाम हुआ था, उस दौरान न तो थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था थी और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एग्जाम लिया गया। तब भी 30 से ज्यादा स्टूडेंट्स बीमार थे और एग्जाम के दौरान भी खांस रहे थे। 40 की कैपासिटी में 180 स्टूडेंट्स एसबीबीएस के छात्रों का कहना है कि 04 जनवरी को वायवा है। इसमें सभी 180 स्टूडेंट्स को एक साथ बुलाया गया है। वायवा के लिए एनाटोमी के डिसेक्शन हॉल को चुना गया है, जहां मुश्किल से 40 स्टूडेंट्स के बैठने की व्यवस्था है। यहां एक साथ 180 स्टूडेंट्स का वायवा लिया जाएगा। तब स्थिति और खराब हो सकती है। एग्जाम ऑफलाइन ही होगा इधर, स्टूडेंट्स को बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट की ओर से एक मैसेज भेजा गया है, जिसमें एग्जाम ऑफलाइन लेने की बात कही गई है। हालांकि, जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और जो लोग सस्पेक्टेड हैैं, उनके लिए रिम्स के डिपार्टमेंट ऑफ फार्माकोलॉजी (फोर्थ फ्लोर) में व्यवस्था की गई है। सभी स्टूडेंट्स से एन-95 मास्क और सेनेटाइजर का आवश्यक रूप से इस्तेमाल करने को कहा गया है। जो टर्मिनल एग्जाम में अनुपस्थित रहेंगे, उन्हें यूनिवर्सिटी एग्जाम के सेंटअप से वंचित किया जा सकता है।

एग्जाम के विषय में डीन ही फैसला लेते हैैं। अभी तक जो सूचना है, उसके अनुसार एग्जाम लिया जा रहा है। कुछ गाइडलाइन स्टूडेंट्स के लिए जारी किए गए हैैं।
-डॉ जीतेंद्र, हॉस्टल अधीक्षक सह बायोकेमिस्ट्री प्रोफेसर

Posted By: Inextlive