गुरु तेग बहादुर का रांची में मनेगा 350वां शहादत दिवस
रांची (ब्यूरो) । शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कथावाचक भाई दिलबाग सिंह जी नवंबर 2025 में पूरे देश भर में मनाए जा रहे श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहादत दिवस के आयोजन को लेकर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा,मेन रोड द्वारा आयोजित मीटिंग में शामिल हुए। गुरु पर्व की तैयारीयों को लेकर उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि सिख पंथ के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 350वां शहादत दिवस अगले वर्ष नवंबर 2025 में पूरे देश में श्रद्धाभाव से मनाया जाएगा। इसको लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा विभिन्न तैयारीयां की गई हैं तथा इस मौके पर नवंबर 2024 से अगले वर्ष नवंबर 2025 तक पूरे देश में सिख संगत द्वारा श्री सहज पाठ साहिब पढ़े जाएंगे, जिनका सामूहिक समापन नवंबर 2025 में गुरु पर्व के दिन होगा। वाहेगुरु लिखने का आग्रह
वैसे तो गुरु पर्व पूरे देश में मनाया जाएगा परंतु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहादत स्थान दिल्ली में स्थित गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब समेत सभी गुरुद्वारों में विशेष आयोजन किया जा रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने बच्चों को गुरु घर से जोडऩे के लिए प्रोत्साहन स्वरूप पुस्तकों का वितरण किया, जिसमें सभी बच्चों से पुस्तक के पन्नों पर वाहेगुरु लिखने का आग्रह किया गया है साथ ही श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की जीवनी पर लिखी पुस्तक का वितरण भी किया।ये रहे मौजूदबैठक में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मेन रोड के महासचिव गगनदीप सिंह सेठी,गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा के अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल,सचिन अर्जुन देव मिढ़ा,मनीष मिढ़ा,गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा पिस्का मोड़ के सरदार राजू वीर जी,त्रिलोचन सिंह अकाली, गुरदीप सिंह,परमजीत सिंह टिंकू,परमजीत सिंह चाना,सुरजीत सिंह सलूजा,हरप्रीत सिंह रिंकू,परमजीत सिंह छाबड़ा,हरजीत सिंह अरोड़ा,कवलजीत सिंह,हरजीत सिंह स्विंकी,केसर सिंह राजपाल,राजेंद्र सिंह बंटी,गुरविंदर सिंह मखीजा के अलावा गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा,कडरू,गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा,स्टेशन रोड,गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा,हटिया की कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे। उनके रांची आगमन की खुशी में गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा,कृष्णा नगर कॉलोनी में विशेष दीवान सजाया गया.दीवान में कथा वाचन करते हुए उन्होंने श्री गुरु तेग बहादुर जी साहिब की शहादत के बारे में साध संगत को विस्तार से बताया तथा समूह साथ संगत से इस पावन मौके पर श्री सहज पाठ साहिब जी का पाठ पढ़ तथा ब'चों के लिए उपलब्ध कराई गई पुस्तकों में ब'चों से श्रद्धा भाव से सभी पन्नों पर वाहेगुरु लिखकर गुरु घर की खुशियां प्राप्त करने का आह्वान किया।