त्रिशुल उत्सव का हुआ समापन
JAMSHEDPUR: भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक स्वामी प्रणवानंदजी महाराज की 123वीं जयंती के उपलक्ष्य में सोनारी स्थित भारत सेवाश्रम संघ परिसर में आयोजित तीन दिवसीय श्रीश्री त्रिशूल उत्सव का रविवार को समापन हो गया। त्रिशूल उत्सव के अंतिम दिन परंपरा के अनुसार श्रद्धालुओं के बीच अन्नकूट महाभोग का वितरण किया गया। इसके पूर्व अन्नकूट पूजा की गई। पूजा के बाद दोपहर 12 बजे इसकी शुरुआत हुई। संघ के स्वामी और गणमान्य लोगों द्वारा पूजा संपन्न किए जाने के बाद भोग का वितरण शुरू हुआ जो शाम तक जारी रहा और इसमें हजारों लोगों ने प्रसाद पाया।
मंत्री सरयू राय ने की शिरकतइसके पूर्व उत्सव के अंतिम दिन रविवार को सुबह भजन-कीर्तन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। शाम को हिंदू धर्म सम्मेलन हुआ। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में खाद्य आपूर्ति व उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सरयू राय व सांसद विद्युत वरण महतो शामिल हुए। ¨हदू धर्म सम्मेलन के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर थे। मंत्री सरयू राय ने कहा कि झारखंड सरकार के मंत्री सरयू राय ने कहा कि मनुष्य की कथनी और करनी में ज्यादा अंतर नहीं होना चाहिए, नहीं तो मानव सेवा तो दूर, किसी एक को प्रभावित भी नहीं किया जा सकता है। मनुष्य का स्वभाव होना चाहिए कि कम बोले और ज्यादा करें। ज्यादा बोलकर कम काम करना उचित नहीं है। 1975 में जब बिहार में बाढ़ आई थी तब पहली बार वो भारत सेवाश्रम संघ के संपर्क में आए और संस्था को जानने का अवसर मिला। उसके बाद से निरंतर इस संस्था के संपर्क रहे और उनका स्वभाव रहा कि यहां के प्रत्येक कार्यक्रम में आने का अवसर मिलता है। यह संस्था मनुष्य से बिना जाति भेद किए कार्य करती है। उत्सव के दौरान तीनों दिन विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।