थर्मल जांच के बाद ही कोर्ट में मिल रही एंट्री
SARAIKELA: उच्च न्यायालय तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिवशरण दुबे के निर्देशानुसार नोबेल कोरोना वायास के संक्रमण को लेकर सरायकेला जिला व्यवहार न्यायलय में आने वाले सभी अधिकारी, कर्मचारी, सुरक्षा के जवान, अधिवक्ता एवं मुवक्किल की थर्मल जांच की जा रही है। जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुलदीप मान ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के जिए जिला व्यवहार न्यायालय गंभर है। उन्होंनें कहा कि उच्च न्यायालय का आदेश के आलोक में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के निर्देशानुसार जिला विधक सेवा प्राधिकार द्वारा व्यापक रुप से लोगों को कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जागरुक किया जा रहा है।
कैदियों को किया जागरूकमंडल कारा में बंदियों को भी कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया गया। सचिव ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेशानुसार तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के निर्देशानुसार व्यवहार न्यायालय में आने वाले सभी लोगों पर निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला व्यवहार में आने वाले सभी अधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता एवं मुवक्किलों को थर्मल जांच के बाद ही प्रवेश करने दिया जा रहा है। सचिव कुलदीप मान ने बताया कि 31 मार्च तक न्यायालय में केवल अर्जेंट मेटर की ही सुनवाई की जाएगी। उन्होंनें अनुरोध करते हुए कहा कि न्यायालय में कम से कम लोग आएं। जिनको जरुरी काम है, वही न्यायालय आएं जिससे कोरोना पायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। सचिव ने बताया कि इसी क्रम में व्यवहार न्यायालय सरायकेला परिसर को हाईपो क्लोराइट के घोल का स्प्रे कर सेनेटाइज किया गया है।