एमजीएम की नई बिल्डिंग का शिलान्यास आज
जमशेदपुर (ब्यूरो) : कोल्हान के एकमात्र और सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएमसीएच के दिन अब बहुरने वाले हैं। इलाज और व्यवस्था को लेकर हमेशा विवादों और चर्चा में रहने वाले एमजीएम अस्पताल भवन का नए सिरे से निर्माण होगा। यानि पुराने भवन को तोडक़र नए भवन का निर्माण कराया जाएगा। सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे।
व्यवस्था की है तैयारी
अस्पताल निर्माण के करीब 61 साल के बाद व्यवस्था में बदलाव करने की तैयारी है। बता दें कि अस्पताल की स्थापना वर्ष 1961 में हुई थी। धीरे-धीरे सुविधा में विस्तार तो किया जा रहा था, लेकिन पूरा सुधार नजर नहीं आ रहा था। हालांकि अब पूरे अस्पताल भवन को तोडक़र यहां नए सिरे से 500 बेड वाले बेहतरीन अस्पताल भवन का निर्माण होगा।
करीब 396 करोड़ 69 लाख 58 हजार 900 रुपए की लागत से बनने वाला यह भवन पांच मंजिला होगा। इतना ही नहीं इसमें वल्र्ड क्लास सुविधाएं देने की बात भी कही जा रही है। खास बात यह है कि यहां कैंसर से लेकर न्यूरो तक का इलाज होगा।
30 माह में बनेगी बिल्ंिडग
वर्तमान में एमजीएम अस्पताल में सामान्य बीमारियों के इलाज की ही सुविधा है। लेकिन नए भवन में मेडिसिन, सर्जरी, हड्डी, शिशु, न्यूरो, हार्ट, किडनी, कैंसर, छाती रोग सहित अन्य बीमारियों का भी इलाज संभव हो सकेगा। अस्पताल का नया भवन 30 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। आपको बता दें कि नए अस्पताल का डिजाइन कोठारी कंस्ट्रक्शन ने तैयार किया है।
नई बिल्ंिडग में क्या होगा
- थर्ड फ्लोर : छाती व श्वास रोग, नेत्र व ईएनटी विभाग का ओपीडी। जनरल सजज़्री का 125 बेड, 30 बेड का आईसीयू, 13 बेड का पीआईसीयू, 20 बेड का एचडीयू व 10 बेड का सजिज़्कल आईसीयू।
- फोर्थ फ्लोर : सुपर स्पेशियलिटी ओपीडी (न्यूरो, यूरो, काडिज़्यक, नेफ्रो सहित अन्य)। इसके लिए 10 अलग-अलग ओपीडी होंगे। वहीं, 200 लोगों की क्षमता वाला सेमिनार हॉल के साथ ही पांच अलग-अलग ऑपरेशन थियेटर। हड्डी रोग विभाग में 60 बेड का इनडोर, चर्म रोग विभाग में 35 बेड का इनडोर, मनोरोग विभाग में 30 बेड का इनडोर व छाती रोग विभाग में 30 बेड का इनडोर और प्रशासनिक कार्यालय - फि फ्थ फ्लोर : पांच अलग-अलग ऑपरेशन थियेटर। नेत्र विभाग में 30 बेड का इनडोर, ईएनटी विभाग में 30 बेड का इनडोर, 10 बेड का निजी वाडज़् (केबिन) की सुविधा होगी।कहां कितनी आएगी लागत - सिविल वर्क : 151 करोड़ - इलेक्ट्रिक वर्क : 36.20 करोड़ - फर्नीचर वर्क : 20 करोड़ - हीटिंग वेंटिलेशन एंड एयर कंडीशनिंग : 19.54 करोड़ - आईटी : 12.32 करोड़ - लैंड स्केपिंग : 12.32 करोड़ - मॉड्यूलर ओटी : 4.4 करोड़