टाटा स्टील के माइंस को मिला अवार्ड
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: झारखंड में टाटा स्टील के झरिया डिवीजन और ओडिशा में जोडा ईस्ट आयरन माइन (जेईएमआई) को क्त्रमश: सर्वश्रेष्ठ ओवरऑल प्रदर्शन तथा स्वास्थ्य व सुरक्षा के लिए 2018-19 के फेडरेशन ऑफ इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज (फीमी) बाला गुलशन टंडन एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार 24 सितंबर को नई दिल्ली के ताजमहल होटल में आयोजित फीमी की 53वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान दिया गया।
डी विजयेंद्र, हेड, जोडा ईस्ट, टाटा स्टील, रणजीत कुमार दास, महासचिव, जोडा ईस्ट मजदूर यूनियन, तारिणीसेन नायक, अध्यक्ष, जोडा ईस्ट मजदूर यूनियन, नरेंद्र कुमार गुप्ता, चीफ, जामाडोबा ग्रुप, टाटा स्टील और कुमार अखिलेश सिंह, हेड, 6-7 पिट्स कोलियरी, झरिया डिवीजन, टाटा स्टील ने कंपनी की ओर से प्रहलाद जोशी, खान, कोयला और संसदीय कार्य मंत्री, भारत सरकार के हाथों ये पुरस्कार ग्रहण किया। टिकाऊ और वैज्ञानिक खनन विधियों में सर्वोत्तम अभ्यासों का प्रदर्शन करने के लिए चयन की गयी 11 मैकेनाइज्ड खदानों में यह पुरस्कार जोडा ईस्ट आयरन माइन को दिया गया।
मौके पर अरुण मिश्रा, वीपी, (रॉ मैटेरियल्स), टाटा स्टील ने कहा कि स्थायी और सुरक्षित खनन अभ्यासों की दिशा में हमारे प्रयासों को पुरस्कार मिलना हमारे लिए सम्मान की बात है। डेस्कटॉप मूल्यांकन और प्रस्तुति के आधार पर चयन के बाद फीमी अवार्ड्स 2018-19 के लिए गठित जूरी कमेटी के निर्णय के अनुसार वर्ष 2018-19 के लिए बाला गुलशन टंडन एक्सेलेंस अवार्ड के विजेताओं की घोषणा की गयी। जूरी ने जेईआईएम के समग्र प्रदर्शन की सराहना की और विशेष रूप से जेईआईएम को 2018-19 के लिए फीमी उत्कृष्टता पुरस्कार देने की सिफारिश की। जेईआईएम ने अपने क्षेत्रों में आर्थिक, सामाजिक, पर्यावरण, स्वास्थ्य और सुरक्षा पहल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए यह पुरस्कार जीता। झरिया डिवीजन के सुरक्षा और स्वास्थ्य पहलकदमियों को भी फीमी के एजीएम में सराहा गया।