ग्रेड व नियोजन का उठा मुद्दा
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग में कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन व नियोजन समेत कई मुद्दे उठाए गए। कमेटी मेंबरों ने यूनियन नेतृत्व पर आस्था जताते हुए उनसे बेहतर ग्रेड कराने की बात कही।
शनिवार को यूनियन कार्यालय में हुई बैठक में कर्मचारीपुत्रों का नियोजन, प्रशिक्षण पूरा करने वाले कर्मीपुत्रों को अस्थायी पूल में डालने व बाई सिक्स को परमानेंट करने की मांग की गई। सुबह साढ़े दस बजे यूनियन अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई जिसमें कंपनी में आयी मंदी और ग्रेड रिवीजन समझौते पर चर्चा की गयी। प्रबंधन और यूनियन के बीच हुई ग्रेड वार्ता पर कमेटी मेंबरों ने आशा व्यक्त करते हुए अध्यक्ष व महामंत्री से कहा कि मजदूरों को जो सहूलियत मिलती है, भविष्य में भी वह मिलते रहे। कमेटी मेंबरों का कहना था कि अध्यक्ष व महामंत्री ने सम्मानजनक मसौदा नहीं होने से वेतन समझौता नहीं किया, जो तारीफ के काबिल है। इस परिस्थिति में सभी कर्मचारी उनके साथ है। ग्रेड पर किसी तरह की घबराहट या हड़बड़ी कर्मचारियों के बीच से नहीं है। मेंबरों का कहना था कि जिस तरह से पिछला वेतन समझौता हुआ था उससे बेहतर और मजदूर हित वाला ग्रेड हो। बैठक का संचालन हरदीप सिंह सैनी व धन्यवाद ज्ञापन बीके शर्मा ने किया।
इनकी रही मौजूदगी बैठक में अजय भगत, प्रकाश विश्वकर्मा, एसएन सिंह, नवीन कुमार, सिंटू कुमार, एमके सिंह, पीके मोहंती, केपी शर्मा, आरआर दुबे, लवी शर्मा, भारती रानी, प्रदीप राजवार, महेश शर्मा, डी झा, विश्वजीत, सुबोध, शेखर सिंह सहित यूनियन पदाधिकारी व कमेटी मेंबर मौजूद थे। मजदूर हित से समझौता नहीं करेंगे। बेहतर ग्रेड कराना उनकी प्राथमिकता है। कारखाना भी चले, मजदूरों की उन्नति हो ऐसा एक बैलेंस एग्रीमेंट की ओर हमलोगों को बढ़ना होगा चाहे वह टीएमएसटी, बाइ सिक्स या स्थायीकरण का ही मामला क्यों न हो। -आरके सिंह, यूनियन महामंत्री कंपनी की परिस्थिति को हमें समझना होगा और समय के साथ थोड़ा बहुत तब्दीली भी संभव है। जो व्यक्ति या संस्था समय के साथ अपने आप में परिवर्तन नहीं करती है उसका बाजार में टिके रहना बड़ा मुश्किल हो जाता है। मौजूदा समय ऑटोमोबाइल सेक्टर में बहुत कठिन दौर है। ऐसी विषम परिस्थिति में हमें पूरे सोच- समझकर आगे कदम उठाना है। -गुरमीत सिंह तोते, यूनियन अध्यक्ष