टाटा मोटर्स ने जारी की स्थाई होनेवाले कर्मियों की सूची
JAMSHEDPUR: टाटा मोटर्स में बोनस समझौते के साथ स्थायी हुए 221 अस्थायी कर्मियों की स्थायीकरण की सूची शनिवार को देर शाम जारी की गई। ये सभी बाई सिक्स कर्मी 2008-09 बैच के हैं। कंपनी के ई-आर विभाग द्वारा बाई सिक्स कर्मचारियों की वरीयता सूची के आधार पर टेल्को सेंट्रल इंप्लाइमेंट ब्यूरो (सीईबी) कार्यालय में कर्मचारियों के नाम, पर्सनल नंबर व मेडिकल तिथि के साथ चस्पाया गया है। अस्थायी कर्मियों की मेडिकल जांच 30 अक्टृबर से टाटा मोटर्स अस्प्ताल में की जाएगी। यह जांच प्रक्रिया 30 अक्टूबर से लेकर 16 दिसंबर तक चलेगी।
लाना होगा कागजातमेडिकल जांच से एक दिन पूर्व कर्मचारीपुत्रों को अपने साथ पांच पासपोर्ट साइज फोटो के साथ, बैंक खाता का ब्यौरा, पैन कार्ड , शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की प्रति आदि अन्य जरूरी कागजात लाना है। जानकारी के मुताबिक 221 में 216 का ही नाम सूची में शामिल है। पांच का कागजात के अभाव में उनका नाम स्थायीकरण सूची में नहीं है। एक दिसंबर को पहले दौर में 106 अस्थायी कर्मी को परमानेंट किया जाएगा। तथा एक जनवरी-2021 से शेष बाई सिक्स कर्मियों कास्थायीकरण किया जाएगा। पहलेएक साल प्रोबेशन पीरिएड रहेगा। इससे पूर्व 2019 में बोनस के साथ306अस्थायी कर्मियों का परमानेंट हुआ था। फिलहाल कंपनी में अस्थायी कर्मियों की संख्या 3500 रह जाएगी।
दिसंबर में जारी होगी लिस्ट दिसंबर में प्रशिक्षण पूरा करने वाले टाटा मोटर्स स्किल ट्रेनिज (टीएमएसटी) कर्मी को अस्थायी रोल पर प्रोन्नत किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक 200 से ज्यादा टीएमएसटी प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अस्थायी होने की आस में बैठे हुए हैं। हाल में हुए बोनस समझौते के मुताबिक इन टीएसएसटी कर्मियों को दिसंबर से लेकर मार्च 2021 तक अस्थायी किया जाएगा। 14 दिन क्वारंटाइन की बाध्यता समाप्तउधर, टाटा स्टील ने झारखंड के अंदर यात्रा करने पर अपने कर्मचारियों व उनके परिवार के सदस्यों के लिए 14 दिनों के क्वारंटाइन की बाध्यता को समाप्त कर दिया है। शनिवार को कंपनी प्रबंधन ने इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है। प्रबंधन द्वारा जारी सर्कुलर में राज्य सरकार द्वारा क्वारंटाइन नियमों में किए गए संशोधन का हवाला दिया गया है। बशर्ते कर्मचारियों को वापस आकर आरटी-पीसीआर व रैपिड एंटीजन टेस्ट कराना होगा। रिपोर्ट निगेटिव आने पर कर्मचारी तत्काल ड्यूटी ज्वांइन कर सकेगा। लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें पूर्व के क्वारंटाइन नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। एसिम्टोमैटिक होने पर कर्मचारी व उनके परिवार के सदस्यों को स्वत: पूर्व में जारी नियमों का अनुपालन करना होगा। वहीं, कंपनी प्रबंधन ने फिर से कर्मचारियों को हिदायत दी है कि अनाधिकृत रूप से सामूहिक जुटान से बचे। इसके अलावे दूसरे राज्यों की यात्रा के लिए अब कर्मचारियों ो आइएल-1 स्तर के अधिकारी से अनुमति लेने की भी आवश्यकता नहीं है। इसके अलावे कर्मारियों को अब 14 दिनों के होम क्वारंटाइन की भी जरूरत नहीं है यदि वे वैद्य रूप से किसी सामूहिक जुटान में शामिल हुए हैं।