टाटा-बदामपहाड़-टाटा पैसेंजर 45 मिनट पहले पहुंचेगी टाटानगर
JAMSHEDPUR: ट्रेन संख्या 78031-78032 टाटा-बदामपहाड़-टाटा पैसेंजर ट्रेन की रफ्तार को रेलवे ने बढ़ा दिया है। अब ट्रेन संख्या 78031 टाटा-बदामपहाड़ पैसेंजर ट्रेन सुबह छह बजे टाटानगर स्टेशन से खुलेगी और 10.10 बजे तक बदामपहाड़ स्टेशन पहुंचेगी। जबकि यह ट्रेन पहले 10.30 बजे बदामपहाड़ स्टेशन पहुंचती थी। यानी ट्रेन अपनी रफ्तार बढ़ाते हुए 20 मिनट पहले बदामपहाड़ स्टेशन पहुंचेगी।
दूसरी ओर ट्रेन संख्या 78032 बदामपहाड़-टाटा पैसेंजर ट्रेन यह ट्रेन 45 मिनट पहले टाटानगर स्टेशन पहुंचेगी। यह ट्रेन बदामपहाड़ से धीमी रफ्तार से चलते हुए दोपहर करीब 3.15 बजे टाटानगर स्टेशन पहुंचती थी, लेकिन अब यह ट्रेन 45 मिनट पहले ढाई बजे तक टाटानगर स्टेशन पहुंचेगी।टाटानगर स्टेशन में खुले दो स्टाल : टाटानगर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार-पांच में दो स्टाल का उद्घाटन बुधवार को किया गया। यहां शिव एंड संस व सपन रेस्टोरेंट का एक एक स्टाल खोला गया है। यात्रियों को अब यहां से खाद्य सामग्री आसानी से उपलब्ध होगी।
ट्रेन का उद्घाटन पांच कोट्रेन संख्या 78029 व 78030 टाटा-बदामपहाड़-टाटा डेमू पैसेंजर ट्रेन का परिचालन सात जनवरी से प्रतिदिन कर दिया जाएगा। जबकि पांच जनवरी को इसका विधिवत उद्घाटन रेल अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। इस ट्रेन को 31 दिसंबर को स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाना था, लेकिन किसी कारणवश इसकी तिथि आगे बढ़ा दी गई और इस ट्रेन को दो नया नंबर भी आवंटित कर दिया गया। अब स्थाई रूप से इस ट्रेन का परिचालन सात जनवरी से किया जाएगा। यह ट्रेन टाटानगर, हलुदपुखुर, बहलदारोड, ओलनाझुरी, गुरुमासीनी, रायरंगपुर, कुलडीहा, छनुआ, बदामपहाड़ स्टेशन पर रुकेगी।
तीन घंटे देर से खुली जम्मू तवी लिंक ट्रेन के विलंब से आने के कारण ट्रेन संख्या 18101 अपने निर्धारित समय दोपहर 2.50 बजे की जगह तीन घंटा विलंब से छह बजे शाम को टाटानगर स्टेशन से खुली। जम्मू से टाटानगर आने वाली जम्मू तवी एक्सप्रेस मंगलवार को अपने निर्धारित समय सुबह 10.20 बजे आने की जगह आठ घंटा विलंब से छह बजे शाम को पहुंची थी। वहीं बुधवार को जम्मू से टाटानगर आने वाली ट्रेन सात घंटा विलंब से शाम पांच बजे टाटानगर स्टेशन पहुंची। ट्रेन लगातार विलंब से पहुंचने के कारण ट्रेन के साफ सफाई में परेशानी हुई, जिसके कारण बुधवार को जम्मू जाने वाली जम्मू तवी एक्सप्रेस को तीन घंटा रिशिड्यूल करना पड़ा।