कारमेल जूनियर स्कूल के पीछे गुरुवार की रात बाबा श्याम का भव्य दरबार सजेगा और भजनों की अमृत वर्षा होगी.


जमशेदपुर (ब्यूरो): बाबा श्याम के प्रिय सूरजगढ निशान (दिव्य निशान) को लेकर कपिल इंदौरिया अपने पूरी मंडली के साथ पहली बार जमशेदपुर की धरती पर आगामी 21 दिसंबर को पधार रहे हैं। श्याम भक्तों के विशेष अनुरोध पर उन्हें सोनारी स्थित श्री श्याम सेवा संघ द्वारा आयोजित होने वाले 21वें श्याम महोत्सव में आमंत्रित किया गया है। इस दिव्य निशान का सभी श्याम प्रेमियों को दर्शन हो साथ ही 21वें महोत्सव को सफल बनाने के लिए रविवार को सोनारी राजस्थान मंदिर में श्याम सेवा संघ की एक बैठक अध्यक्ष अशोक दीवान की अध्यक्षता में हुई। किया गया है अनुरोध
इस दौरान सभी श्याम प्रेमियों से दिव्य निशान का दर्शन करने के लिए गुरुवार 21 दिसंबर की दोपहर 12.30 बजे सोनारी पहुंचने का अनुरोध किया गया। अध्यक्ष अशोक दीवान ने बताया कि कारमेल जूनियर स्कूल के पीछे गुरुवार की रात बाबा श्याम का भव्य दरबार सजेगा और भजनों की अमृत वर्षा होगी। उन्होंने बताया की इस वर्ष भजनों की अमृत वर्षा हेतु राजस्थानी धमालों के लिए प्रसिद्ध कोलकाता के भजन गायक विवेक शर्मा (जीतू) एवं प्रयागराज से रोमा निषाद को आमंत्रित किया गया है। साथ ही स्थानीय भजन गायक महाबीर अग्रवाल भी बाबा के दरबार में अपनी हाजिरी लगाएंगे।इनकी रही मौजूदगी


इस बैठक में नरेश अग्रवाल, पवन अग्रवाल, ललित अग्रवाल, मामराज गुप्ता, जीतेन्द्र साबू, अमित अग्रवाल, श्याम अग्रवाल, संदीप मित्तल, मनीष अग्रवाल, अजय मित्तल, अरविन्द अग्रवाल, विकेश दीवान, महाबीर अग्रवाल, रुपेश अग्रवाल, गौतम अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, समीर दीवान, राकेश अग्रवाल, राजेश टोडी आदि मौजूद थे।कीर्तन करने से शरीर, आत्मा और मन तीनों पवित्र होता हैआनंद मार्ग प्रचारक संघ की ओर से गदरा स्थित आनंद मार्ग जागृति में 1 प्रहर (3 घंटे) का बाबा नाम केवलम अखंड कीर्तन का आयोजन हुआ। इस दौरान 300 लोगों के बीच नारायण सेवा की गई साथ ही लोगों के बीच 50 फलदार पौधों का वितरण किया गया। कीर्तन समाप्ति के बाद आनंद मार्ग के वरिष्ठ आचार्य प्रियतोषानंद अवधूत ने कहा कि कीर्तन का मतलब होता है जोर-जोर से किसी का गुणगान करना या प्रशंसा करना। कहा कि मनुष्य यदि मुंह से स्पष्ट भाषा में उच्चारण कर कीर्तन करता है, तो उससे उसका मुख पवित्र होता है, जिह्वा पवित्र होती है, कान पवित्र होते हैं, शरीर पवित्र होता है और इन सब के पवित्र होने के फलस्वरूप आत्मा भी पवित्र होती है।

Posted By: Inextlive