साध्वी सरस्वती ने मां की महत्ता का किया बखान
जमशेदपुर (ब्यूरो): कार्यक्रम में साध्वी सरस्वती दीदी उपस्थित हुईं। दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में साध्वी ने मां की महत्ता को बताया। उन्होंने कहा कि मां और जन्मभूमि का स्थान स्वर्ग से भी ऊपर है।रोष व्यक्त किया
साध्वी ने कहा कि सनातन हिन्दू संस्कृति ही एकमात्र ऐसी संस्कृति है जो नारी को हर रूप को पूजनीय मानता है। उन्होंने देश में छोटी बच्चियों के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं पर रोष व्यक्त किया एवं इसके पीछे पश्चिमी सभ्यता को दोषी बताया। उन्होंने कहा कि भारत में महिला के हर रूप की पूजा होती है, परंतु पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव एवं हिन्दू संस्कृति से दूर होने के कारण ही समाज एवं राष्ट्र इसका दंश झेल रहा है। उन्होंने कहा कि हिन्दू संगठित एवं जागृत हुए तो अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का संकल्प पूरा हो गया। अभी हमें करोड़ों हिन्दुओं को जागृत एवं संगठित करना है, ताकि देश को विदेशी कुठाराघातों से बचाया जा सके।लव जेहाद की चर्चा की
साध्वी सरस्वती लव जेहाद की भी चर्चा की। इसके लिए उन्होंने बच्चियों के लिए शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा को जरूरी बताया। कार्यक्रम में धर्मेंद्र तिवारी, रामनरायण शर्मा, संजीव आचार्य, विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष अजय गुप्ता, जम्बू अखाड़ा के बंटी सिंह, सतीश सिंह, सुबोध श्रीवास्तव, मनोज सिंह उज्जैन, अमित शर्मा, मंजू सिंह, नवीन कुमार, शुभम विश्वकर्मा, रोचित जायसवाल, बलकार सिंह, सुमित साहू, काकोली मुखर्जी, रंजिता राय, आरती मुखी, पूतुल सिंह, एम चन्द्रशेखर राव, विनोद राय, मनोरंजन सिन्हा, अमित राम, रश्मि, अरविन्द सिंह, अशोक उज्जैन, गणेश चन्द्रा, आजाद गिरी, विकास कामत, सुजीत झा, नन्दिता गाराई, मार्टिन लेजरस, साकेत उज्जैन, गोल्डेन पांडेय, सौरभ सिंह, संजय वर्मा, राजू सिंह, अनिकेत सिंह, सुशील खडक़ा सहित अन्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अमरेश कुमार राय एवं धन्यवाद ज्ञापन सन्नी टोप्पो ने किया।