एनएच-6 और एनएच-33 पर 216 घंटे से जाम
-15 शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई पर पड़ रहा असर
-स्वास्थ्य व्यवस्था भी चरमराई -वाणिज्य कर विभाग को भी हो रहा है नुकसान kanakraj.pathak@inext.co.in JAMSHEDPUR: बहरागोड़ा इलाके में एनएच-म् और एनएच-फ्फ् पर ख्क्म् घंटे से जाम लगा है। इसमें ओडि़शा और कोलकाता की ओर जाने वाले करीब क्भ् हजार से अधिक वाहन फंसे हैं। वाहनों के समय पर नहीं पहुंचने से व्यवसाय पर भी असर पड़ा है। सबसे बड़ी समस्या जाम में फंसे ड्राइवर, खलासी और वाहन स्टाफ झेल रहे हैं। इनके समक्ष खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो गई है। वे भूख से बिलबिला रहे हैं। उधर, प्रशासन को इस जाम से कोई मतलब नहीं है। जाम की सुधि लेने जिला मुख्यालय से कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है। स्थानीय थाना प्रभारी और पुलिस जाम हटाने की कोशिश कर रही है। भ्भ् किमी सर्किल में लगा है जामबहरागोड़ा से जामशोल तक एनएच-म् पर मिट्टी धंसने से लगे जाम की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। गाडि़यां कछुए की चाल से सरक रही हैं। ओडि़शा-पश्चिम बंगाल और झारखंड के बीच सड़क यातायात ठप है। कोलकाता, कटक और भुवनेश्वर जाने वाली बसों का परिचालन भी बंद है। तीन राज्यों के बीच एनएच-फ्फ् और एनएच-म् पर सड़क यातायात पूरी तरह से बाधित है। हालात यह है कि बहरागोड़ा टापू बन गया है। बहरागोड़ा के भ्भ् किमी सर्किल में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। स्टूडेंट स्कूल और कॉलेज नहीं जा पा रहे हैं। मरीजों को बाहर भेजना असंभव हो गया है।
स्टेयरिंग पर ही कट रही है रात जाम में फंसे ट्रक ड्राइवरों के दिन-रात स्टेयरिंग पर ही बीत रहे हैं। ट्रक ड्राइवर बसंत सिंह कहते हैं कि पता नहीं कब गाड़ी सरकानी पड़े। इसलिए स्टेयरिंग पर ही बैठे रहते हैं। नवादा से आंध्रप्रदेश के लिए धान ले जा रहे ट्रक ड्राइवर के सुभाष का कहना है कि जाम में गाड़ी आगे-पीछे करने से व्हीकल एक-दूसरे टकरा भी रहे हैं। इसमें गाडि़यों में टूट फूट भी हो रही है। जाम में लगातार गाड़ी स्टार्ट रहने से फ्यूल भी बर्बाद हो रहा है। गाडि़यों में फ्यूल खत्म होने की भी चिंता उन्हें सता रही है। कुछ गाडि़यां फ्यूल खत्म होने की वजह से खड़ी हो गई हैं। कुछ गाडि़यां ब्रेक डाउन हो गई हैं। उन्होंने कहा कि जाम के कारण न तो उन तक क्रेन पहुंच रहा है और न ही फ्यूल पहुंचाया जा सका है। कांट्रैक्टर की लापरवाहीस्थानीय लोगों का कहना है कि कांट्रैक्टर की लापरवाही से ऐसा जाम लगा है। एनएच-म् की मरम्मत के लिए दो करोड़ का टेंडर निकला था। कांट्रैक्टर ने रिपेयरिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की। गड्ढों को तारकोल और गिट्टी से भरने के बजाय उन पर मिट्टी डलवा दी। एसे में बारिश शुरू होते ही रोड दलदल हो गया। इससे कई वाहन पलटे और कुछ बीच सड़क पर ही फंस गए।
डीसी ने किया मंथन जाम से निबटने के लिए ईस्ट सिंहभूम के डीसी डॉ अमिताभ कौशल ने हाई लेवल की मीटिंग की है। इसमें ग्रामीण एसपी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, एनएच 7भ् चाईबासा के कार्यपालक अभियंता सिंगराय टूटी, पथ निर्माण विभाग जमशेदपुर के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार राणा मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने एनएच-म् की मरम्मत से संबंधित जानकारी ली। एनएच-म् का म् किमी का हिस्सा झारखंड में पड़ता है। इसकी मरम्मत के लिए फंड नहीं मिला है। इसी वजह से मरम्मत नहीं हो रही है। डीसी ने कहा कि एनएच-म् पर जाम का असर एनएच-फ्फ् पर पड़ रहा है। चौड़ीकरण के लिए रुका है कामजानकारी के मुताबिक नेशनल हाईवे ऑथरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की ओर से जुलाई में एलएंडटी को एनएच-म् में ओडि़शा क्षेत्र के क्क्क् किमी चौड़ीकरण का काम दिया गया है। इसके लिए भू अधिग्रहण और मुआवजा भुगतान की प्रक्त्रिया चल रही है। इसी कारण बहरागोड़ा-ओडि़शा सीमा तक मरम्मत का कार्य नहीं हो पा रहा है।
बिजनेस हो गया है चौपट लगातार सात-आठ दिनों तक लगे जाम से करीब भ्00 करोड़ रुपए से अधिक के नुकसान का आकलन किया गया है। एनएच-म् और एनएच फ्फ् के रास्ते मुंबई, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के मालवाहक ट्रक, कंटेनर और बसें गुजरती हैं। इस रूट से लगभग भ्000 ट्रक रोज चलते हैं। पश्चिम बंगाल के रास्ते अधिकांश सामान यहां पहुंचता है। खाने-पीने के सामान, स्टील प्रोडक्ट, टाटा मोटर्स से तैयार वाहन सड़क मार्ग से भेजे जाते हैं। स्टूडेंट्स को हो रही परेशानी जगन्नाथपुर से कॉलेज में क्लास करने आती हूं। जाम की वजह से बसें नहीं चल रही हैं। किसी तरह छोटे वाहन से कॉलेज आई थी। रोज कॉलेज पहुंचने में भी देर हो रही है। जाम की वजह से बहुत सारे स्टूडेंट्स कॉलेज नहीं आ रहे हैं। टीचर भी समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। काफी परेशानी हो रही है। -गायत्री डंडोपात्रा, स्टूडेंटबहरारोड़ा से ख्9 किमी दूर गोपालपुर से पढ़ने आती हूं। बस, ऑटो और दूसरे व्हीकल्स नहीं चल रहे हैं। गांव के रास्ते कॉलेज पहुंची। जाम तो खत्म होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। बहरागोड़ा में जाम लगना नई बात नहीं है। पिछले महीने भी लंबा जाम लगा था, लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही लंबा जाम लगा गया। पता नहीं कब खत्म होगा।
-मधुमिता दास, स्टूडेंट, बहरागोड़ा कॉलेज क्या कहते हैं ट्रक ड्राइवर क् सितंबर को गम्हरिया से टाटा स्टील प्लांट जाजपुर के लिए मशीन लोड किया था। उसी दिन से एनएच-फ्फ् के श्याम सुंदर थाना के पास जाम में फंस गया। चार दिनों में गाड़ी को सरकाते-सरकाते भ् किमी आगे कालियाडिंगा चौक तक लाया। गुरुवार की रात से यहीं पर खड़ा हूं। जाम के कारण गाडि़यां कछुए की तरह रेंग रही हैं। ऐसा जाम पहले कभी नहीं देखा था। -ओमप्रकाश, ट्रक ड्राइवर दिल्ली से कटक के लिए जर्दा लोड किया था। दो दिनों से जाम में फंसा हूं। खाने का स्टॉक भी खत्म हो गया है। पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है। आसपास होटल भी नहीं है। बड़ी मुसीबत है। भ् साल से गाड़ी चला रहा हूं, लेकिन ऐसा जाम पहले कभी नहीं देखा। जाम हटाने वाला भी कोई नहीं है। -चदंन पटेल, ट्रक ड्राइवर गुड़गांव से संबलपुर के लिए कंटेनर में मारुति सुजुकी कार लोड कर जा रहा हूं। जाम में फंसे चार दिन हो गए। अब तक तो वापस गुड़गांव पहुंच जाता, लेकिन जाम में फंस गया। कॉस्ट भी बढ़ रहा है। पार्टी और मालिक का भी बार-बार फोन आ रहा है, लेकिन उन्हें यहां के हालात कैसे बताया जाए। -संदीप, कंटेनर ड्राइवर पहली बार झारखंड आया हूं। यहां का अनुभव काफी कड़वा रहा। यहां का जाम जिंदगी भर याद रखूंगा। अब कोई लाख रुपए भी दे तो झारखंड गाड़ी लेकर नहीं आउंगा। गया से आंध्र प्रदेश के लिए धान पहुंचाने जाना था। घंटे दो घंटे तो जाम ठीक है लेकिन 7-7 दिनों का जाम और कोई पूछने वाला भी नहीं है। हमारे यहां तो घंटे भर भी जाम लग जाय तो हंगामा खड़ा हो जाता है। कृष्णा रेड्डी, ट्रक ड्राइवर कहते हैं अधिकारी और ट्रांसपोर्टर सात दिनों से लगातार जाम की वजह से करीब क्भ्000 ट्रकें फंसी हुई हैं। इन वाहनों से सब्जी, स्टील, खाद्य सामग्री सहित अन्य जरूरी सामानों की डिलिवरी समय पर नहीं हो पाई। भ्00 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है। -सौमित्र ओझा, ट्रांसपोर्टर एनएच म् में जाम का असर एनएच-फ्फ् से होकर गुजरने वाले वाहनों पर भी पड़ा है। इस रूट पर गुजरने वाले वाहनों से रोजना म् से 7 लाख रुपए टैक्स के रूप में सरकार के खाते में जमा होती है, लेकिन जाम की वजह से सेल्स टैक्स कलेक्शन में असर पड़ा है। रोजना फ् से ब् लाख रुपए का नुकसान वाणिज्य कर विभाग को हो रहा है। -पी मंजुल, सहायक आयुक्त, वाणिज्य कर विभाग सीएम से बात हुई थी। उन्होंने जल्दी जाम हटवाने का आश्वासन दिया है। शनिवार को जाम हटाया भी जा रहा है। सीएम ने चीफ सेक्रेटरी को इस तरह की समस्याओं से निपटने का निर्देश भी दिया है। सीएम ने यह भी बताया कि है कि आपात काल में उत्पन्न हुई इन स्थितियों से निपटने के लिए स्पेशल फंड अलॉट किया जाएगा। क्ब् सितंबर तक रोड की रिपेयरिंग शुरू नहीं हुई तो मैं सीएम आवास के समक्ष धरना दूंगा। -कुणाल षाडंगी, विधायक बहरागोड़ा शुक्रवार की रात लाइनअप कर जाम को हटाने का प्रयास किया गया था। शनिवार की सुबह कालियाडिंगा चौक पर थोड़ी परेशानी हुई थी। फिलहाल एनएच फ्फ् से जाम को हटा लिया गया है। एनएच म् पर भी जाम हटाने का प्रयास जारी है। डीसी ने बताया कि रविवार से रोड रिपेयरिंग का काम शुरू हो जाएगा। -शैलेंद्र कुमार, रूरल एसपी, ईस्ट सिंहभूम