आनन-फानन में मेला लगाने का खामियाजा भुगत रहे स्टॉल धारक
जमशेदपुर (ब्यूरो): आयोजकों द्वारा आनन-फानन में मेला लगाने और सही तरीके से व्यवस्था न करने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। वर्तमान स्थिति यह है कि कई स्थानीय स्टॉल धारक दुकान खाली कर चले गए हैं। बारिश के कारण काफी सामान भी खराब हो गए हैं, जिस कारण काफी नुकसान हुआ है। खराब हुए कपड़ेबारिश के कारण स्वदेशी मेला एक दिन बंद रहा। दुकानदारों का कहना है कि दुकानों के उपर जो तिरपाल दिया गया है, वह खराब था, जिस कारण दुकानों में पानी टपक रहा था। इस कारण काफी कपड़े खराब हो गए, जिससे दुकानदारों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ा।मुताबिक नहीं हुआ कारोबार
बताते हैं कि मौसम विभाग ने बारिश को लेकर चेतावनी जारी की थी, इसके बावजूद मेला लगाने के कारण अव्यवस्था कायम हो गई। मैदान में पूरी तरह कीचड़ हो गया, जिस कारण मेला घूमने आने वालों को भी काफी परेशानी हो रही है और दुकानदारों ने जिस तरह के कारोबार की उम्मीद की थी, वैसी नहीं हो सकी।क्या कहते हैैं दुकानदार
हमने जयपुरी कुर्ती का स्टॉल लगाया है। बारिश के कारण कपड़े भीग गए। हम यहां करीब सवा लाख का सामान लेकर आए थे, जिसमें 30 प्रतिशत का नुकसान हो गया है। जो कपड़े भीग कर गंदे हो गए हैं, वे अब बिक्री के लायक नहीं हैं। रोहित, यूपीहाथ से बना हुआ चादर और क्रोशिया का सामान बेचते हैं। स्टॉल के ऊपर का तिरपाल खराब था। हमारा लाखों का माल खराब हो गया है। कई स्टॉलधारक चले गए। अब्दुल कलाम, सहारनपुर, यूपी हमारा कपड़े का व्यापार है। बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है। इस बार फायदे की उम्मीद बिल्कुल नहीं है। अब्दुल समद, सहारनपुर