पेट्रोल पंप की बंदी से झारखंड को 300 करोड़ रुपए का नुकसान
जमशेदपुर (ब्यूरो): एक दिन की बंदी में झारखंड को 300 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। एसोसिएशन का कहना है कि अगर राज्य सरकार ने अब भी कोई कदम नहीं उठाया तो आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।हड़ताल के कारण बिक्री रही प्रभावितपेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने डीजल पर वैट घटाने और सरकारी बकाए के भुगतान की मांग को लेकर आज सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक एक दिवसीय हड़ताल की गई थी। इस हड़ताल के कारण पेट्रोल और डीजल की बिक्री पूरी तरह प्रभावित रही। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग पेट्रोल-डीजल के लिए दिन भर भटकते रहे। करोड़ों का नुकसानजेपीडीए की हड़ताल के कारण झारखंड को करीब 300 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। एसोसिएशन के मानद महासचिव राजीव कुमार सिंह के मुताबिक पूरे राज्य में 1440 पेट्रोल पंप हैं, जहां से बिक्री पूरी तरह ठप रही।
कोल्हान में 50 करोड़ का कारोबार प्रभावित
इसी तरह कोल्हान क्षेत्र की बात करें तो यहां 240 पेट्रोल पंप हैं। सभी पंप बंद रहे। लोग पेट्रोल के लिए भटक रहे थे, हालांकि जिन लोगों ने एक दिन पहले ही पेट्रोल भरवा लिया था, वे राहत की स्थिति में थे, लेकिन कईयों को इस कारण काफी परेशानी हुई। इस बंदी के कारण कोल्हान क्षेत्र में करीब 50 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ। यह एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल थी। अब मामले में राज्य सरकार का रुख देखा जा रहा है। इसके बाद सरकार से वार्ता की जाएगी और फिर आगे की रणनीति तय होगी। राजीव कुमार सिंह, मानद महासचिव, जेपीडीए