एमजीएम में अब चार बजे तक ही होगा पेशेंट्स का रजिस्ट्रेशन
JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रजिस्ट्रेशन कराने का समय एक घंटा कम कर दिया गया है। पहले सुबह नौ से शाम पांच बजे तक लोगों का रजिस्ट्रेशन होता था लेकिन अब समय घटाकर शाम चार बजे तक कर दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पांच बजे तक रजिस्ट्रेशन होने की वजह से कॉमन ओपीडी में शाम सात बजे तक मरीजों की भीड़ लगी रहती थी। इससे चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।
पांच लिपिकों की प्रतिनियुक्तिकोल्हान के विभिन्न प्रखंडों के पांच लिपकों की प्रतिनियुक्ति महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में की गई है। इस संदर्भ में मंगलवार को स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक प्रमुख डॉ। जागेंद्र प्रसाद सांगा ने एमजीएम अधीक्षक डॉ। संजय कुमार, सिविल सर्जन डॉ। महेश्वर प्रसाद सहित सभी संबंधित पदाधिकारियों को आदेश जारी किया है। इसमें जमशेदपुर के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यालय में तैनात लिपिक र¨वद्र कुमार, जमशेदपुर के जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी के कार्यालय में तैनात मो। ईसहाक, सरायकेला के चाउलीबासा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात लिपिक अशोक कुमार चौधरी, सरायकेला सदर अस्पताल में तैनात लिपिक अनिल मुखी व पटमदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात लिपिक रंजीत कुमार सिन्हा शामिल है। यह आदेश लॉकडाउन समाप्त होने के उपरांत प्रभावी होगा।
रेडक्रॉस ने दिया 10 लाख का चेक कोरोना वायरस (कोविड-19) की जांच के लिए भारतीय रेडक्रॉॅस सोसाइटी जमशेदपुर ने एमजीएम कॉलेज के प्राचार्य को 10 लाख रुपये का चेक दिया। अध्यक्ष उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के निर्देश पर रेडक्रॉस के मानद सचिव विजय कुमार सिंह द्वारा दी गई इस राशि से जांच मशीन (किंगफिशर फ्लेक्स प्यूरीफिकेशन सिस्टम) खरीदी जाएगी। इस मशीन के आ जाने से कोरोना वायरस की जांच में तेजी तो आएगी ही, जांच में आसानी भी होगी। कन्हैया सिंह को भेजा एमजीएम घाघीडीह सेंट्रल जेल प्रशासन ने अखिलेश सिंह के गुर्गे कन्हैया सिंह को एमजीएम अस्पताल इलाज के लिए भिजवा दिया है। विशेष निगरानी में उसका इलाज होगा। सोमवार को सीतारामडेरा थाना की पुलिस ने टीएमएच से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 29 अप्रैल को हुई फाय¨रग में उसे कंधे में गोली लगी थी। अस्पताल में जख्म नहीं भरा। इस बीच पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। जेल प्रशासन ने उचित इलाज को उसे एमजीएम में दाखिल कराया।