25 करोड़ ठगी मामले में नन बैंकिंग कंपनी का डायरेक्टर अरेस्ट
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: लोगों से वसूली कर 25 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले श्रीवालिस कंपनी के स्थानीय प्रबंधक राजेश कुमार झा को एफआइआर दर्ज होने के दो साल बाद सीतारामडेरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। निदेशक जमशेदपुर में ही खुलेआम घूम रहा था। इसके खिलाफ लोगों ने पुलिस के आला अधिकारियों से शिकायत की थी। पुलिस ने राजेश को सुबह ट्रांसपोर्ट मैदान से गिरफ्तार किया है। बिरसानगर इलाके के विजया गार्डन के रहने वाले राजेश कुमार झा को पुलिस ने जेल भेज दिया है। ठगी का शिकार हुए लोगों ने अगस्त 2017 में कंपनी के मैनेजर समेत अन्य अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराया था।
रकम तीन गुणा होने का दिखाया था सपनाजमशेदपुर में इस नन बैकिंग कंपनी का कार्यालय 2009 में बाराद्वारी में खुला था। कंपनी रिजर्व बैंक से रजिस्टर्ड नहीं थी। इसके बाद भी कंपनी ने अधिक मुनाफे का झांसा देकर लोगों से पैसे जमा कराए। लोगों को बताया गया कि उनका पैसा रियल इस्टेट में लगाया जाएगा। चार साल में रकम तीन गुना करने का झांसा दिया गया था। कंपनी ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा पैसा वसूल करने के लिए तरह तरह की स्कीम लागू कीं। एफडी स्कीम भी चलाई गई। लोगों को भरोसा दिलाया गया कि उनकी रकम डूबेगी नहीं क्योंकि कंपनी उनके रुपये को रियल इस्टेट, माइनिंग और आयरन ओर के कारोबार में लगा रही है।
2017 में बंद किया रकम लौटाना 2017 में कंपनी ने लोगों को रकम लौटाना बंद कर दिया। जिन लोगों ने एफडी कराई थी वो जब अपना पैसा लेने कंपनी के कार्यालय जाते तो टालमटोल कर उन्हें भगा दिया जाता। बाद में अगस्त 2017 में कंपनी कंपनी का कार्यालय बंद कर दिया गया। इसके बाद लोगों ने सीतारामडेरा थाने में 25 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की एफआइआर कराई। एमडी समेत पांच लोगों पर हुई थी एफआइआर बाराद्वारी के सतीश कुमार के बयान पर लिखी गई एफआइआर में कंपनी के स्थानीय प्रबंधक बिरसानगर इलाके के विजया गार्डन निवासी राजेश कुमार झा, कंपनी के एमडी कटक निवासी स्मृति रंजन विशाल, उनकी पत्नी श्वेता विशाल के अलावा संबित महंती, सुब्रत राव आदि के खिलाफ अगस्त 2017 में सीतारामडेरा थाने में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस दो साल बाद अब राजेश झा को गिरफ्तार कर पाई है। खुलेआम घूम रहा दुष्कर्म का आरोपितअपनी निजी सचिव के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपित संजय ठाकुर को सीतारामडेरा पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पीडि़ता ने जून में सीतारामडेरा थाने में दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखाई थी। सूत्र बताते हैं कि दुष्कर्म का आरोपित अपने इलाके में खुलेआम घूम रहा है लेकिन, अब तक उसे नहीं पकड़ा गया है। इस वजह से सीतारामडेरा पुलिस पर सवालिया निशान लग रहे हैं।