दो साल से बीमारी से पैर है खराब, नहीं बना दिव्यांग प्रमाण-पत्र
जमशेदपुर (ब्यूरो): सरकार दिव्यांगों को पेंशन और हर सुविधा देने का दावा कर रही है, लेकिन कई ऐसे जरूरतमंद हैं, जिनपर सरकार और प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। इस कारण ऐसे लोगों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। इसी तरह का एक मामला पोटका प्रखंड के तेतुलडांगा में सामने आया। यहां दो लोग अरुण गोप और हाराधन गोप हैं, जिनका पैर किसी अज्ञात बीमारी के कारण खराब हो गया है। विगत दो वर्षों से उनकी यही स्थिति है। दिव्यांग प्रमाण पत्र नहीं बनने की वजह से इन्हें दिव्यांग पेंशन नहीं मिल रहा है।नहीं चल सकते
नील-दीप नि:शक्त सेवा अभियान के संचालक पूर्व जिलापार्षद करुणा मय मंडल जानकारी मिलने के बाद मुसाबनी पहुंचे। वहां मुसाबनी प्रखंड के उत्तरी इंचड़ा पंचायत की जादूगोड़ा नवरंग मार्केट (सेटेलाइट गली) में उनकी नगेन्द्र राम से मुलाकात हुई। वे चल नहीं सकते हैं। दिव्यांग नगेन्द्र ने अपने दैनिक कार्यों के लिए ट्राइसाइकिल की जरूरत बताई। मामले में मुसाबनी की बीडीओ ने सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जल्द से जल्द ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है। इसके लिए दिव्यांग प्रमाण-पत्र के साथ उन्हें आवेदन करना होगा। करुणामय मंडल ने इन सभी का आवेदन करने की बात कही।
मैंने सभी दिव्यांगों के परिजनों से इनकी तस्वीर और आधार कार्ड की प्रति ली है। 25 दिसंबर के कैंप में इन्हें ले जाकर इनका दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाया जाएगा, ताकि उन्हें विवेकानंद निशक्त प्रोत्साहन भत्ता का लाभ मिल सके।करुणामय मंडल, संचालक, नील दीप निशक्त सेव अभियान