एनआईटी के कॉन्वोकेशन में 896 स्टूडेंट्स को डिग्री
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: आदित्यपुर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) के 8वें कॉन्वोकेशन में 896 स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की गई। ये सभी 2018 के पासआउट थे। इनमें 298 मास्टर डिग्री, 18 पीएचडी व सात मेडल शामिल थे। कॉन्वोकेशन में तीन स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल, दो को सिल्वर और दो को ही ब्रांड मेडल प्रदान किया गया। 2018 में पासआउट बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनिय¨रग की रूपल श्रीवास्तव, एमटेक थर्मल इंजीनिय¨रग के परमवीर सिंह राठौर व एमटेक एम्बेडीड सिस्टम इंजीनिय¨रग के पैडी राजा रमेश को गोल्ड मेडल दिया गया। वहीं बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनिय¨रग के कृष्ण गोपाल व एमसीए के मुकेश कुमार को सिल्वर मेडल प्रदान किया गया। इसके अलावा बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की अपराजिता व एमटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनिय¨रग के गोलू अप्पला नायडू को ब्रांज मेडल देकर सम्मानित किया गया।
18 को मिली पीएचडीहरे राम झा, सोम नाथ साहा, अनुमेहा, सौरभ सिन्हा, सुष्मिता महतो, मिथिलेश कुमार साहू, रवि कुमार, संजीव कुमार दास, प्रवीण कुमार सिंह, अमित कुमार, राजीव रंजन, भास्कर मंडल, बसंत शुभंकर, वीवी राजगोपाल पीसापति, दिलीप कुमार, अरुण कुमार मरांडी, अश्विनी कुमार व गुप्तेश्वर साहू को डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी (पीएचडी) से सम्मानित किया गया।
जीवन में निश्चित उद्देश्य होना जरूरीकॉन्वोकेशन में बतौर मुख्य अतिथि पावर ग्रिड कारपोरेशन के मुख्य प्रबंधकीय निदेशक (सीएमडी) इंदु शेखर झा ने कहा कि जीवन में एक निश्चित उद्देश्य का होना बहुत जरूरी है। सामने उद्देश्य होने पर बेहतर काम करते हुए आगे बढ़ते जाने का मौका होता है। इसलिए हर तरफ दिमाग लगाने के बजाए एक निश्चित दिशा तय कर आगे बढ़ें, सफलता निश्चित है। उन्होंने कहा कि वे एक औसत छात्र रहे। उस दौर में कॅरियर को लेकर इतनी जागरूकता नहीं थी। कभी मेडिकल के क्षेत्र में जाने की सोची तो कभी किसी की सलाह पर आइएएस बनने की। इंजीनिय¨रग सर्विसेज में आया। अब बतौर बतौर सीएमडी पावर ग्रिड कारपोरेशन देश के विकास में एक उद्देश्य को लेकर अपना योगदान दे रहा हूं। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे चूहा दौड़ में शामिल नहीं होकर अपने हिसाब से कॅरियर चुनें और अपनी जिम्मेदारियों को इन्ज्वॉय करते हुए निभाएं।
गरीब तबके की समस्याओं का ढूंढे समाधानसमारोह में एनआइटी जमशेदपुर के निदेशक डॉ। केके शुक्ला ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे देश के लिए मस्तिष्क हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि समाज के गरीब व अभिवंचित वर्ग के लोगों की समस्या दूर करने में अपना योगदान दें। सभी वर्गो के समरूप विकास के बिना देश के सुपर पावर बनने की बात अधूरी है। आर्थिक विकास में समाज के गरीब व अभिवंचित वर्ग के लोगों की सहभागिता जरूरी है।