कोल्हान यूनिवर्सिटी केयू में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स के लिए गुड न्यूज है. अब केयू के 70 फीसदी स्टूडेंट्स के पास आउट होते ही नौकरी की संभावना बढ़ गई है.

Jamshedpur:  इसके लिए कोल्हान यूनिवर्सिटी के 12 कॉलेजों ने झारखंड कौशल विकास मिशन, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टिस) और उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के साथ एमओयू किया है। इस एमओयू के तहत टिस को इन कॉलेजों में एक्सल प्रोजेक्ट की शुरुआत करनी है।

 

ग्रेजुएट केयू का पहला कॉलेज

ग्रेजुएट कॉलेज केयू का पहला कॉलेज बना जहां इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई। इस प्रोजेक्ट के अधीन कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं को पास आउट होने पर 70 प्रतिशत छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराएगा।

 

चौतरफा विकास है मकसद

ग्रेजुएट कॉलेज में इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन करते हुए केयू के प्रोवीसी डॉ। रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों का चौतरफा विकास चाहता है और सामान्य स्नातक को भी नौकरी उपलब्ध कराना चाहता है। इसी उद्देश्य के तहत राज्य सरकार के सौजन्य से इस योजना की शुरुआत की गई है। एक्सेल के कोर्स और नियमित क्लास के कोर्स में सामंजस्य स्थापित कर छात्रों को आगे बढ़ना होगा। टिस के अभिषेक आनंद ने कहा कि इस कोर्स में यूजी ओर पीजी के अंतिम वर्ष के चयनित दाखिला लिया जाएगा। यह अन्य कॉलेजों में भी शीघ्र प्रारंभ होगा।

 

इनकी रही मौजूदगी

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत प्रिंसिपल डॉ। ऊषा शुक्ला ने किया। इस मौके पर केयू के रजिस्ट्रार डॉ। एसएन सिंह, करीम सिटी कॉलेज के प्राचार्य डॉ। मो। जकरिया, डॉ। अर्चना सिंह, प्रोफेसर अमिताभ घोष टिस के कोर्स को-ऑर्डिनेटर स्वीटी सिन्हा समेत शिक्षक-शिक्षिकाओं के अलावा छात्राएं उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive