एमजीएम का बर्न केयर यूनिट बनेगा अत्याधुनिक
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : कोल्हान का सबसे बड़ा बर्न केयर यूनिट महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनेगा। केंद्र व राज्य सरकार की मदद से 40 बेड का यूनिट बनेगा। अस्पताल प्रबंधन ने इसका प्रस्ताव तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को भेज दिया है। यह यूनिट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ। नितिन मदन कुलकर्णी ने इसे खोलने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
सिर्फ दो हॉस्पिटल में यूनिट फिलहाल कोल्हान में सिर्फ दो ही अस्पतालों में बर्न केयर यूनिट है। एमजीएम में 20 व टाटा मुख्य अस्पताल में 15 बेड का यूनिट संचालित है। मरीजों की संख्या बढ़ने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। 10 के बजाए एक डॉक्टर संभाल रहे वार्डएमजीएम के 20 बेड के बर्न यूनिट में कुल 10 पद स्वीकृत हैं लेकिन एक ही डॉक्टर है। यूनिट में 24 घंटे एक डॉक्टर का होना अनिवार्य है लेकिन ऐसा नहीं होता है। ड्रेसर का भी अभाव है। चार के बजाय सिर्फ एक ड्रेसर तैनात है।
ओटी नहीं, गंभीर मरीजों रेफरबर्न यूनिट में अधूरा ऑपरेशन थियेटर (ओटी) बनाकर छोड़ दिया गया है। जिसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। गंभीर मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद बाहर दूसरे अस्पतालों में भेज दिया जाता है। चिंता का विषय है कि बर्न यूनिट के लिए अलग से अब भी टीम नहीं है। इसका संचालन सर्जरी विभाग के अंतर्गत होता है।